सड़कों पर उतरी रामनगर की जनता, धामी सरकार के खिलाफ जमकर की नारेबाजी
Ramnagar News : उत्तराखंड धामी सरकार के खिलाफ रामनगर की जनता ने मोर्चा खोल दिया है जहां आज हजारों की संख्या में रामनगर की जनता सड़कों पर उतर आई और धामी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की वहीं इस प्रदर्शन को कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का भी समर्थन मिलता हुआ दिखाई दे रहा एक तरफ आम आदमी पार्टी के दिग्गज नेता कहे जाने वाले शिशुपाल रावत ने मोर्चा संभाल रखा था तो दूसरी ओर पूर्व विधायक कांग्रेस के नेता रणजीत सिंह रावत ने, रामनगर के दोनों ही नेताओं के साथ हजारों की संख्या में लोगों की भीड़ थी आम आदमी पार्टी के नेता शिशुपाल रावत ने हजारों की संख्या में रामनगर के विधायक दीवान सिंह बिष्ट के निवास स्थल पर जाकर शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन किया और जमकर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और रामनगर विधायक दीवान सिंह बिष्ट से सवाल किए कि तुम सरकार के साथ हो या फिर जनता के जिन्होंने तुम्हें जिताया। तो दूसरी और पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत ने वन विभाग कार्यालय में शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन किया और सरकार पर तीखे प्रहार करने से नहीं चुके, इस प्रदर्शन के समर्थन में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य भी शामिल हुए जहां धामी सरकार को घेरते हुए सरकार की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए
आपको बता दें कि उत्तराखंड सरकार के अतिक्रमण हटाने के अभियान ने रामनगर विधानसभा में आम जनता के बीच भय का माहौल पैदा कर दिया हैं। सिचाई विभाग और वन विभाग रामनगर विधानसभा में लगातार अवैध अतिक्रमण हटाने नोटिस जारी किए जा रहे है जैसे ही ग्रामीणों को सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने की सूचना मिली तो रामनगर विधानसभा की जनता में हाहाकार मच गया। जिसके बाद रामनगर में कांग्रेस पार्टी और आम आदमी पार्टी के नेताओं ने जनता के साथ एक सुर में धामी सरकार को घेरना शुरू कर दिया सरकार पर हल्ला बोल के नाम से एक जोरदार धरने का आयोजन किया जिसमें हजारो की संख्या में ग्रामीण पहुँचे नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य भी भी मौजूद रहे। आम जनता ने अपना दर्द जाहिर करते हुए का की हम लगभग सत्तर साल यहाँ निवास करते आ रहे हैं लेकिन अब सरकार हमे अतिक्रमणकारी बता कर हमें उजाड़ना चाहती हैं हमारे रहने की भी कोई व्यवस्था सरकार नही कर रही हैं। अब सरकार हमारे घर तोड़ देगी तो हम अपने बच्चों और समान को लेकर कहाँ जायगे हमारे पास कही रजिस्ट्री की कोई जमीन भी नही हैं।

क्या कुछ कहना है नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य का ?
परिपक्ष नेता कांग्रेस विधायक यशपाल आर्य का कहना है भाजपा सरकार कि नियत में खोट है अहंकार हो चका है कि ये तुगलकी फरमान जारी करके जन भावनाओं का अनादर कर रही है पोगो बसे हुए 20 साल 50 साल 100 साल हो चुके है सबके पास प्रमाण पत्र है सब के पास अपना आधार कार्ड है राशन कार्ड है पेंशन दी जा रही है बिजली दी जा रही है पानी दिया जा रहा है आज ये सब ख़तम करके भूमि को खली करना चाहते हैं हमे भूमि से वंचित करना चाहते हैं ये हमारी लड़ाई है हम इसे लड़ेंगे। तुगलकी फरमान जारी करके सरकार क्या चाहती है हम यह जानना चाहते है उन्होंने कहा जनता के हाथ में बहुत बड़ी ताकत है लोकतंत्र ने जनता के हाथ में पूरी ताकत दी है सरकार जनता की कृपा से आशीर्वाद से बनती है और जनता सरकार बनाना भी जानती है और उखाड़ना भी और कहा ऐसे सरकार ज्यादा दिन नहीं चलेगी
आम आदमी पार्टी के नेता , पूर्व विधायक प्रत्याशी शिशुपाल रावत ने क्या कुछ कहा ?
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिशुपाल रावत ने बताया की जो रामनगर में संघर्ष समिति बनी है हमारे जो लोगों के घर तोड़े जा रहे है उनके खिलाफ जो आंदोलन है उनको सहयोग कर रहे है उन्होंने आज यह निर्णय लिया कि भारतीय जनता पार्टी कि जो सरकार है धामी कि वो जानता को उजाड़ने में क्यों तुली हुई है और तुली हुई है तो इसका मतलब जनता के साथ वो लोग नहीं है इसीलिए आज जनता के माध्यम में पूछना चाहते है कि आप सरकार के साथ है या जनता के साथ हैं क्युकी जनता ने आपको यहाँ से तीन बार विधायक बनाया है और आज आप सरकार पर दवाब नहीं डाल पा रहे हैं तो वही फ़ोन के माध्यम से पता चला कि विधायक ने बताया कि में इसी काम में लगा हूँ लोगों के घर नहीं टूटेंगे और जो बस्तियां है जो गारीब लोग है अगर आपको अतिक्रमण तोडना है तो आप शहर में जाएं जिन्होंने ज़मीनो पर कब्ज़ा करके होटल बनाये है रिसॉर्ट्स बनाई है है लेकिन जो गरीब जनता है उस पर आप बुलडोज़र न चलाएं कही ना कहीं विधायक और सरकार में कम्युनिकेशन गैप है । एक तरफ फारेस्ट से नोटिस आ रहे है कि आप तीन दिन में खली कर दें कही न कहीं सरकार अपनी रणनीति से गरीब जनता को बेदखल करना चाहती है लेकिन हम जो लोग हैं चाहें राजनितिक या सामाजिक हम लोग जनता के साथ खड़े हैं जनता को बेदखल नहीं होने देंगे और हम ये लड़ाई लड़ेंगे
पूर्व विधायक कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणजीत सिंह रावत ने क्या कुछ कहा?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता , पूर्व विधायक रणजीत सिंह रावत ने बताया कि सरकार का जो ये निर्णय है ये तुगलकी निर्णय है उनका कहना है कि भारत कि पार्लियामेंट ने भी एक कानून पास किया है जितने भी वन ग्राम है इन सब को लगातार किया जाय जितने भी वन में रह रहे हैं लेकिन उसको लगातार करने कि वजाइ 2012 के निर्णय पर कह रहे है कि इनको खाली कराया जाए पिछले साल का सुप्रीम कोर्ट का आदेश है कि जो जहा रह रहा है अगर उसको १२ साल से ज्यादा हो गया है तो वो उसका मालिक है तो सरकार को इन सारो का रेगुलेशन करना चाहिए और जो बिल्कुल भी इस गाइड लाइन में नहीं आते तो उसके लिए पुनर्वास कि व्यवस्था करनी चाहिए अकेले लोकतंत्र में सरकार कि ज़िम्मेदारी है कि वो जनता कि समस्याओं का निराकरण करे और लोकतंत्र कि मालिक जनता है जनता ने अपनी सरकार के लिए सरकार को चुना है और सरकार सत्ता में आने के बाद कहेगी कि नहीं तुम कौन हो, तुम चोर हो ,तुम अपराधी हो तो इससे काम नहीं चलने वाला है सरकार कि ज़िम्मेदारी है कि वो लोगो के लिए व्यवस्था करे और हल्दुआ के पास जो जंगल है उसको डेफोरेस्ट करके बसा सकती है तो इनमे भी जो लोग वन विभाग में है उनको भी डेफोरेस्ट किया जा सकता है जो किसी वजह से कॉर्बेट पार्क के अंदर है उनके लिए दूसरी गजह डेफोरेस्ट करा करके ज़मीन दी जा सकती है क्युकी सरकार कि ज़िम्मेदारी है। हम कांग्रेस के सिपाही है गांधीवादी तरीके से सरकार से संगर्ष करते रहेंगे जिस तरह से गाँधी जी ने अंग्रेजो को यहां से बहार किया था उस तरीके से इनका भी बिदाई का समय आ गया है।
ऐसे में सवाल उठता है ?
आखिर इनको अतिक्रमण करने किसने दिया, क्या उस पहलू पर भी जांच होगी जब यह लोग अतिक्रमण करने आए थे उस समय जिम्मेदार अधिकारी कौन थे,
क्या उस पर भी जांच होगी इस अतिक्रमण पर बिजली कलेक्शन देने वाले कौन थे और इसका अतिक्रमण के एड्रेस पर आधार कार्ड पैन कार्ड और वोटर आईडी कार्ड राशन कार्ड कैसे बन गया।
क्या उन अधिकारियों पर भी कार्रवाई होगी कि अपने ड्यूटी समय पर सोते रहे और अतिक्रमण कर आते रहे। क्या उन पर भी कार्यवाही होगी जिन्होंने इस अतिक्रमण पर बिजली कलक्शन, पानी का कनेक्शन राशन कार्ड आई कार्ड वोटर आईडी कार्ड आधार कार्ड पैन कार्ड तैयार कर दिए