यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : एक और फ़र्ज़ी पैथोलॉजी लैब के संचालक पर धोखाधड़ी सहित अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है लेकिन बाकी के हौसले अभी भी बुलन्द हैं।
नगर व क्षेत्र भर में “हम नही सुधरेंगे” वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए फ़र्ज़ी पैथोलॉजी लैबो का संचालन धड़ल्ले से किया जा रहा है। इन लैबो पर जाच के नाम पर लोगो के जीवन से खिलवाड़ किया जाता है झोलाछापो द्वारा मोटे कमीशन के चक्कर में बीमारियों से परेशान व्यक्ति को सलाह दी जाती है।
कि आपको फला लैब से जांच कराकर लानी है और वो बेचारा वंही पँहुच जाता है जंहा उसे भेजा गया है। ये खेल बहुत लंबे अरसे से जारी है लेकिन अब नवागत मुख्यचिकित्साधिकारी ने इनके पेंच कसने शुरू कर दिए हैं और इसी सिलसिले में एक और फ़र्ज़ी लैब के संचालक के विरुद्ध धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कराया गया है।
जानकारी के अनुसार कुछ समय पूर्व नगर के काशीपुर रोड स्थित एक फ़र्ज़ी पैथोलॉजी लैब पर चिकित्साधीक्षक की टीम ने छापा मारा था और वँहा मौजूद लैब कर्मी से अभिलेख दिखाने को कहा गया था उक्त लैब पर कार्यरत रुपपुर निवासी सागर पुत्र राजू टीम को कोई दस्तावेज नही दिखा पाया था।तब चिकित्साधीक्षक डॉ राजपाल सिंह की टीम ने उक्त फ़र्ज़ी पैथोलॉजी लैब को सील कर दिया था। बीती रात इस मामले में चिकित्साधीक्षक की तहरीर पर लैब संचालक कासिम पुत्र अब्दुल रहमान निवासी आजमपुर थाना भोजपुर के विरुद्ध धोखाधड़ी व धारा 15 (2) 15 (3)इंडियन मेडिकल काउंसलिंग के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।
मुख्यचिकित्साधिकारी डॉ कुलदीप सिंह द्वारा अब इन मामलों में गंभीरता पूर्वक की जा रही इन कार्यवाहियों से क्षेत्र भर के इन झोलाछाप पैथोलॉजी लैब संचालकों में ख़ौफ़ का माहौल तो है लेकिन अभी भी दर्जनों अन्य फ़र्ज़ी लैबो को धड़ल्ले से चलाया जा रहा है स्वास्थ्य विभाग को अभी कुछ समय तक लगातार इन सब के खिलाफ अभियान चलाना होगा तब कंही जाकर इन फर्ज़ी लैबो से राहत मिल सकती है।