यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : रविवार को संत निरंकारी सत्संग भवन ठाकुरद्वारा पर साप्ताहिक साधसंगत का आयोजन हुआ। जिसमें प्रचारक कृषि वैज्ञानिक डॉ. दीपक कुमार
लने सद्गुरु माता जी के विचारों को साधसंगत के समक्ष रखते
हुए कहा कि आत्मा को आवागमन के चक्कर से मुक्ति दिलाने के लिए ब्रह्म ज्ञान आवश्यक है।भक्त को गुरमत में रहकर जीवन बिताना चाहिए। गुरसिख सदैव सकारात्मक रहता है, क्योंकि सांसों का कोई भरोसा नहीं है। परमात्मा मुसीबत से अपने भक्तों को बाहर निकाल लेता है। डॉ दीपक कुमार ने आगे कहा कि मनुष्य को कर्मफल अवश्य भोगना पड़ता है। सतगुरु की सेवा से मन आनंदित होता है और मोह खत्म हो जाता है।
मुखी ब्रह्म प्रकाश गुप्ता ने सभी से हरियाणा समालखा में होने वाले वार्षिक निरंकारी संत समागम में चलने की विनती की।इस मौके पर मंच संचालन ओम प्रकाश सिंह ने किया तथा सत्संग में डॉ रामकुमार सिंह, राकेश कश्यप, मुकेश कुमार,प्रेमदीप,फूल सिंह, देवेन्द्र नागपाल,माला सिंह, राजबाला, वंदना रानी,ईसम देवी सहित अनेक भक्तों ने हिस्सा लिया।