यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : लाख कोशिशों के बाद भी अवैध खनन रुकने का नाम नही ले रहा है तो आखिर वजह क्या है, क्या सुविधा शुल्क लेकर खनन माफियाओ को छूट दी जा रही है।
खनन को रोकने के तमाम दावे किए जाते हैं लेकिन जमीनी स्तर पर इसकी हकीकत यह है कि न तो कभी खनन रुका है और शायद न कभी ये रोका जाएगा। ये बात हम वैसे ही नहीं कह रहे हैं इसके प्रमाण हैं कि आज भी खनन माफिया निडर होकर खनन का कारोबार कर रहे हैं बस अगर इस काम से कोई अनजान है तो वह है स्थानीय प्रशासन। स्थानीय प्रशासन को दिन दहाड़े दर्जनों ट्रैक्टर ट्रॉली से होता खनन दिखाई देता है।
और न ही रात के अंधेरे में नदियों का सीना चीर कर किया जा रहा खनन दिखाई दे रहा है। नगर के 5 किलोमीटर के एरिये में ढाडी नदी, और ढेला नदी से दिन रात खनन माफिया डम्परों और ट्रैक्टर ट्रालियों से खनन कर रहे हैं। इन खनन माफियाओं से जब इस बारे में बात की जाती है तो वह ऐसी कई चोंकाने वाली बातें कहते हैं जो अपने आप मे हैरत में डालने वाली हैं। बहरहाल जो भी है और जैसे भी ये सब हो रहा है ये सब आम लोगों को मालूम है बस अगर किसी को नही मालूम है तो वह है स्थानीय प्रशासन जो इस तरफ से बिल्कुल अनजान बना हुआ है।