यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : शुक्रवार को पूर्व निर्धारित एजेंडे के अनुसार उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ ने शिक्षकों की ऑनलाइन अटेंडेंस के विरोध में मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन खंड शिक्षा अधिकारी को सौंपा है।
ज्ञापन में कहा गया है कि महानिदेशक स्कूली शिक्षा उत्तर प्रदेश के द्वारा बेसिक शिक्षकों का लगातार मानसिक उत्पीड़न किया जा रहा है,जिसमें अब यह रियल टाइम अटेंडेंस को बिना विभागीय आईडी और डेटा ,सिम दिए टैबलेट उपलब्ध करा दिए हैं।
जबकि सरकार का रवैया शिक्षकों के प्रति इतना उदासीन है कि ना तो अभी तक प्रोन्नति हुई है, ना ही अंतर्जनपदीय स्थानांतरण और ना ही जिले के अंदर वाले पारस्परिक स्थानांतरण या सामान्य स्थानांतरण हुए हैं, जिनकी प्रक्रिया पिछले कई साल से गतिमान है। ज्ञापन में मांग की गई है कि शिक्षकों को राज्य कर्मचारियों की भांति 30 दिन का ईएल वार्षिक मिले तथा कैशलेस चिकित्सा भी मिले।17140-18150 की वेतन विसंगति पिछले 15 वर्षों से दूर नहीं हुई है।2013 से अभी तक जिले के अंदर स्थानांतरण भी नहीं हुए हैं तथा स्कूलों में नेटवर्क की समस्या है। शिक्षामित्र और अनुदेशकों के मानदेय में भी वृद्धि नहीं की गई है। विजय किरन आनंद महानिदेशक स्कूल शिक्षा उत्तर प्रदेश के तुगलकी फरमानों और तानाशाही के चलते बेसिक शिक्षा विभाग में कार्यरत शिक्षक और शिक्षणेत्तर कर्मचारी मानसिक रूप से व्यथित हैं।
ज्ञापन देने वालों में अध्यक्ष उत्तर प्रदेशीय जूनियर हाई स्कूल शिक्षक संघ इकाई ठाकुरद्वारा राकेश कुमार, उपाध्यक्ष आलोक कुमार, कोषाध्यक्ष देवेश कुमार, मंत्री जितेंद्र कुमार, संयुक्त मंत्री हरपाल सिंह, मनोज कुमार, मुकेश कुमार, नरेंद्र सिंह, देवेन्द्र सिंह, विपिन कुमार , राजूलाल, प्रीति वत्सल, सोनिया चौहान, रचना सहित सैकड़ों शिक्षक-शिक्षिकाएं शामिल रहे।