संयुक्त किसान मोर्चा ने काली पट्टी बांधकर निकाला जुलूस,मनाया काला दिवस

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संयुक्त किसान मोर्चा ने काली पट्टी बांधकर निकाला जुलूस,मनाया काला दिवस

यामीन विकट

ठाकुरद्वारा : शुक्रवार को संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा तथा अखिल भारतीय किसान सभा के कार्य कर्ता ब्लॉक परिसर में देशव्यापी काला दिवस मनाने के लिए एकत्र हुए। 21 फरवरी को हरियाणा पुलिस ने पंजाब के खनोरी नामक स्थान पर किसानों पर गोली चलाकर युवा किसान शुभकरण सिंह को मौत के घाट उतार दिया जो एक छोटा सा किसान था। किसान शुभकरण की याद में श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए 2 मिनट का मौन धारण कर किसानों ने काला दिवस मनाया तथा ब्लॉक परिसर से कमलापुरी चौराहा तथा शगुन तिराहा व् मुख्य बाजार से होते हुए कदीर तिराहा पर एक सभाको संबोधित करने के बाद समाप्त किया तथा हाथों में काले झंडे व काली पट्टियां बांधकर विरोध प्रदर्शन किया।

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इस दौरान किसान नेता प्रीतम सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि केंद्र सरकार तथा हरियाणा की खट्टर सरकार किसानों पर दमनकारी नीतियां लागू कर शांति पूर्वक आंदोलन कर रहे किसानों पर गोलियां चलवा रही है और किसानों के ट्रैक्टरों को क्षति पहुंचाई जा रही है। ठाकुरद्वारा का किसान जाग चुका है सरकार की दमनकारी नीतियों का पुरजोर विरोध किया जाएगा। किसान सभा के वरिष्ठ साथी कामरेड जाबिर हुसैन ने संबोधित करते हुए कहा कि देश में लोकतंत्र की हत्या की जा रही है और आंदोलन रत किसानों पर रबर प्लेट आंसू गैस के गोले दागे जा रहे हैं तथा सड़कों पर कीले व कांटेदार तार लगाकर दमन किया जा रहा है अब समय आ गया है सरकारों को मुंह तोड़ जवाब देना ही होगा। इस दौरान कुछ मांगों को लेकर आवाज बुलंद की गई और मांग की गई की युवा शहीद किसान शुभ करण सिंह के हत्यारो को सजा दो। शहीद किसान शुभकरण सिंह के परिवार को एक करोड़ मुआवजा व उसकी बहनों को सरकारी नौकरी दी जाए। खनोरी की घटना की जांच सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीशों द्वारा करवाई जाए। संयुक्त किसान मोर्चा के साथ किए गए समझौते को लागू किया जाए। कृषि क्षेत्र को डब्लू टी ओ (विश्व व्यापार संगठन)से बाहर लाओ। कृषि वैज्ञानिक स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश के अनुसार सी 2 प्लस 50% के आधार पर न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित किया जाए तथा समस्त फसलों की खरीद का गारंटी कानून बनाया जाए। इस दौरान डॉक्टर सईद सिद्दीकी कामरेड हरस्वरूप सिंह, दयाराम साहनी, कामरेड भारत सिंह, कामरेड गुलशेर अली, जाबिर हुसैन, करन सिंह, अध्यापक कामरेड इलियास, अम्मन खां, हाजी कल्लू, सुरेंद्र सिंह, बलबीर सिंह, आदि मौजूद रहे।

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