रिटायरमेंट के बाद भी कार्यालय का पीछा नहीं छोड़ रहे हैं एक बाबू, दाल में कुछ काला है क्या
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : कई साल पहले रिटायर हो चुके एक ऑफिस के बाबू अभी तक कार्यालय का पीछा नही छोड़ पा रहे हैं, चर्चाएं हैं कि कमाई के सारे राज इसी बाबू के पास हैं और अब यही बाबू पूरे कार्यालय को चला रहे हैं।
नगर के एक जाने माने कार्यालय में बड़े बाबू के पद पर रहकर अनेक गुल खिलाने वाले बाबू जी का यूं तो कई साल पहले ही रिटायरमेंट हो चुका है लेकिन बाबू महाशय हैं कि अभी तक कुर्सी का मोह और भारी कमाई का लालच नही छोड़ पाए हैं और बेचारे रोज़ आकर उसी कार्यालय में विराजमान हो जाते हैं जंहा से एक अर्सा पूर्व वो रिटायर हो चुके हैं। बाबू जी के प्रतिदिन कार्यालय में उपस्थित होने को लेकर चर्चाएं तेज़ी से होने लगी हैं और लोग यंहा तक कहने लगे हैं कि रिटायर्ड बाबू उक्त कार्यालय में होने वाले सभी घोटालों और कमाई के ज़रियो से बहुत अच्छी तरह से वाकिफ है इसलिए इस कार्यालय के प्रमुख की बेहद बढ़ती हुई मांग पर बाबू जी को बुलाया जाता है और उनसे कमाई के रास्ते और फिर किसी भी झंझट से बचने के रास्ते की महत्वपूर्ण जानकारी ली जाती है। बहरहाल मामला जो भी हो लेकिन नगर भर में इन रिटायर्ड बाबू जी को लेकर तरह तरह की बातें की जा रही हैं लोगों का कहना है कि बड़े बाबू का कार्यालय में इस तरह रोजाना धूनी देकर बैठ जाना और प्रतिदिन अपने घर से कार्यालय तक अप डाउन करना बिना किसी लालच के नही हो सकता है इसलिए दाल में कुछ न कुछ तो काला ज़रूर है।