उत्तराखंड में दूध उत्पादन को बढ़ावा देने का सरकार का दावा हुआ फेल, इतने की आई गिरावट
उत्तराखंड में दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार चाहे कितने लाख दावा क्यों न कर ले लेकिन जमीनी हकिकत कुछ और ही बयां कर रही है। आलम ये है कि प्रदेश सरकार पशुपालन और दूध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए कई योजनाएं भी चला रही है। इतना ही नहीं उत्तराखंड डेयरी फेडरेशन से जुड़े दूध उत्पादकों को बढ़ावा देने के लिए ₹4 प्रति लीटर प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है बावजूद उसके दूध उत्पादन को बढ़ावा देने में सरकार के सभी दावे फेल साबित होते हुए दिखाई दे रहे है। जानकारी के मुताबिक प्रदेश में दुग्ध उत्पादन में भारी गिरावट दर्ज की गई है। यूसीडीएफ के आंकड़ों के मुताबिक पिछले वित्तीय वर्ष अप्रैल 2021 से अप्रैल 2022 तक दूध का प्रदेश में रोजाना उत्पादन 2,01,092 लीटर प्रतिदिन हुआ करता था जो इस वर्ष अप्रैल 2022 से जुलाई माह तक घटकर रोजाना 1,93,224 लीटर रोजाना पहुंच गया है।