हाथी पर हुए सवार अब निकलेगी धूमधाम से वसीम की चुनावी बारात
अज़हर मलिक
Uttarakhand Nikay Chunav : उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव होने के बाद अब निकाय चुनाव की तैयारी भी तेज हो चुकी है चुनावी युद्ध में योद्धा राजनीति पार्टियों में शामिल होकर युद्ध लड़ने की तैयारी में जुटे हुए हैं। कोई हाथ के पंजे को अपना हथियार बनाना चाहता है तो कोई कमाल के फूल को पाकर अपने शस्त्र तैयार करने में लगा है तो कोई योद्धा हाथी पर सवार होकर चुनावी रण में ललकार रहा है। सभी योद्धा चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं लेकिन चुनावी रण भूमि पर अलग-अलग पार्टी के योद्धा मजबूत दिखाई दे रहे हैं। कहीं हाथ का पंजा मजबूत होगा तो कहीं फूल का जलवा होगा, तो कहीं हाथी सब पर भारी होगा।
अगर बात करी जाए जनपद उधम सिंह नगर के जसपुर नगर पालिका क्षेत्र में तो इस चुनावी रण में अभी से हाथी पर सवार हुए वसीम सिद्दीकी सबसे ज्यादा मजबूत दिखाई दे रहे हैं।
क्योंकि जसपुर की चुनावी रणभूमि में युद्ध लड़ने वाले योद्धाओं के पीछे अधिकांश कहानी बड़ी अजीबोगरीब है। बाजारों में चर्चाएं होती हैं कि कोई अपनी औलाद को चुनाव लड़ने के लिए पहचानने से भी इंकार कर देता है तो कोई अपने ही दोस्त से चुनाव न लड़ने के और चुनाव लडाने के नाम पर पैसे लेता है तो कोई दावेदार अपने घरों के वोट लेने में भी असमर्थ है ?
हालांकि यह सिर्फ अभी जसपुर क्षेत्र की चर्चा है क्योंकि अभी ना तो निकाय चुनाव की कोई तिथि की घोषणा हुई है और ना ही सीट की कोई घोषणा हुई है। और ना ही किसी राजनीति पार्टी ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा की है। लेकिन तैयारी योद्धाओं द्वारा कर ली गई है।