उत्तरप्रदेशीय शिक्षक संघ की बैठक में डिजिटल उपस्थिति पर जताई नाराज़गी
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : मंगलवार को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ इकाई की कार्यकारिणी एवं संघर्ष समिति की एक बैठक आहूत की गई जिसमें सरकार द्वारा बेसिक के अध्यापकों की डिजिटल उपस्थिति का विरोध शिक्षकों ने संगठन के बैनर तले किया।
बैठक में मौजूद शिक्षकों का कहना था कि सरकार का यह तुगलकी फरमान है,जिसको शिक्षक तब तक नहीं मानेंगे जब तक हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती हैं। जिसमें राज्य कर्मचारियों की भांति 1 साल में मिलने वाली 30 ईएल,हाफ डे लीव, कैशलेस चिकित्सा तथा एक महीने में तीन बार से अधिक यदि अध्यापक निर्धारित समय से लेट आते हैं तो उनको अनुपस्थित ना माना जाए। शिक्षकों ने संगठन के बैनर तले अपनी आवाज को बुलंद किया तथा सरकार के इस फैसले का विरोध किया है। संगठन के बैनर तले शिक्षक 11 -12 जुलाई को डिजिटल उपस्थिति के संबंध में सहमति और असहमति का अभियान चलाएंगे,14 जुलाई को 2 बजे से 3 बजे तक ट्विटर पर अभियान चलाया जाएगा तथा 15 जुलाई को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मुरादाबाद को डिजिटल उपस्थिति के विरोध में ज्ञापन दिया जाएगा। साथ ही कार्यालय जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मुरादाबाद पर होने वाले धरने का भी ज्ञापन दिया जाएगा जो 23 जुलाई को प्रस्तावित है।
बैठक में उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ इकाई ठाकुरद्वारा के अध्यक्ष वीर सिंह,मंत्री त्रिवेंद्र कुमार, पूर्व मंत्री व वरिष्ठ उपाध्यक्ष अशोक कुमार, कोषाध्यक्ष भूरे खां,उपाध्यक्ष अश्विनी यादव, संगठन मंत्री निकेश चौहान,तहसील प्रभारी अनुज चौहान,विशाल चौधरी नितिन कुमार मोघा,हरि सिंह, नवनीत शर्मा कोषाध्यक्ष भूरे खां , ऑडिटर अतुल प्रताप सिंह,उपाध्यक्ष ओमप्रकाश सिंह,राहुल चौहान विनीता चौधरी,रजनीश कुमार जयंत, कुलदीप कुमार, मिथलेश,आदि सहित अनेको शिक्षकों ने हिस्सा लिया