संयुक्त किसान मोर्चा कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन करते हुए प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन,
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : शुक्रवार को अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के प्रांतीय अध्यक्ष कामरेड धर्मपाल सिंह के नेतृत्व में संयुक्त किसान मोर्चा उत्तर प्रदेश के आह्वान पर अखिल भारतीय किसान सभा, किसान मजदूर सभा एवं अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन के कार्यकर्ता पुराने एसडीएम कोर्ट पर एकत्र हुए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कामरेड मोहम्मद इलियास ने की।
इस दौरान कामरेड शाकिर हुसैन डॉक्टर सईद सिद्दीकी कामरेड कैलाश सिंह कामरेड जाबिर हुसैन आदि वक्ताओं ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र तथा उत्तर प्रदेश सरकार किसानों की मांगों को लगातार अनदेखा कर रही है। भारत के किसान मजदूर और आम नागरिक व्यापक कर्जदारी में फंसे हुए हैं व्यापक बेरोजगारी महंगाई व सरकार द्वारा टैक्स वसूली से गंभीर समस्याओं का सामना कर रहे हैं जिस कारण देश में प्रतिदिन 31 किसान आत्महत्या कर रहे हैं । संयुक्त किसान मोर्चा कमेटी सदस्य कामरेड धर्मपाल सिंह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार को औद्योगिक परस्त नीतियों को बदलकर जन पक्षीय नीतियां लागू करना चाहिए ।
इस दौरान प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री को संबोधित मांग पत्र तहसीलदार को सोपा। जिसमें मांग की गई कि स्वामीनाथन आयोग की सिफारिश अनुसार सी 2+ 50% पर सभी फसलों का खरीद गारंटी कानून बनाया जाए। सभी किसान मजदूर के कर्ज माफ किए जाएं, तथा पूंजी पतियों से कर्ज वसूली की जाए। बिजली बिल 2020 वापस लिया जाए। शहीद किसानों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपए समझौते के अनुसार सहायता दी जाए। खेती में आने वाली लागत के दाम घटाए जाएं व डीजल पेट्रोल को टैक्स मुक्त किया जाए। वृद्ध विकलांगों तथा विधवाओं को10 हज़ार रुपये प्रति माह का पेंशन कानून बनाया जाए।
बिजली का निजीकरण तथा स्मार्ट मीटर लगाना तुरंत रोका जाए । 300 यूनिट घरेलू खपत की बिजली तथा सिंचाई के लिए बिना शर्त निजी नलकूपों को मुफ्त दी जाए। इस दौरान कामरेड तिर्मल सिंह, करन सिंह, अध्यापक कामरेड अम्मन खां, लियाकत हुसैन, मोहम्मद आजम, बाबू सिंह, जगदीश सिंह पांडे, कामरेड नत्थू सिंह, महिपाल सिंह, प्रीतम सिंह, कामरेड वीर सिंह, बुधराज सिंह, दुर्योधन सिंह, आदि मौजूद रहे।