सत्संग भवन पर हुआ मासिक साध संगत का आयोजन,
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : रविवार को निरंकारी सत्संग भवन पर मासिक साधसंगत का आयोजन हुआ जिसमें प्रचारक महात्मा दलबीर सिंह मुरादाबाद ने सतगुरु के विचारों को साधसंगत के समक्ष रखा।
सतगुरु के विचारों को रखते हुए उन्होंने कहा यह विश्व अनेक प्रकार के ज्ञान से भरा हुआ है, विज्ञान का ज्ञान, भूगोल का ज्ञान, संगीत का ज्ञान और पता नहीं कितने ज्ञान, पर इनमें ब्रह्म ज्ञान सर्वोत होता है। गीता में भी भगवान श्री कृष्णा कहते हैं कि जो मेरे निश्चित रूप को जानकर मेरी भक्ति करता है उसको मोक्ष प्राप्त होता है। उन्होंने आगे कहा कि हम शरीर रूप में आत्मा है जो इस निराकार परमात्मा का अंश है,लेकिन निराकार से सारे आकार आते हैं। हम प्रकट आत्मा हैं।
और ईश्वर ने हमें जो भी भूमिका दी है भाई की, बहन की, पिता की, सामाजिक प्राणी की, उन सब में हमें ज्ञान का उपयोग अपने व्यवहार में करना और मन को ईश्वर भक्ति में लगाना है। हर पल सिमरन करते जाना। मुखी ब्रह्म प्रकाश गुप्ता और सेवादल संचालक रामकुमार ने आने वाले निरंकारी संत समागम में सभी को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने का आह्वान किया।
मंच संचालन मुकेश चौहान जी ने किया तथा लंगर की व्यवस्था ग्राम बुधनगर की तरफ से रही। सत्संग में मुकेश चौहान, मुनेश कुमार, डॉक्टर नरेश कुमार, करतार सिंह,राकेश कुमार, केवल सिंह ,चंद्रपाल पंडितजी, डॉक्टर कुलदीप, रितेश कुमार, महिपाल , रितु गुप्ता, शकुंतला, लक्ष्मी, कृपा, सविता, सलोनी, वंदना आदि सहित सैकड़ों भक्तों ने हिस्सा लिया।