26 नवम्बर को होने वाली चेतावनी रैली को सफल बनाने को हुई बैठक,
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : सोमवार को अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के कैंप कार्यालय रामू वाला गणेश पर अखिल भारतीय किसान मजदूर सभा के प्रदेश अध्यक्ष कामरेड धर्मपाल सिंह के नेतृत्व में एक संयुक्त बैठक का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता कामरेड महाशय तथा संचालन डॉक्टर मोहम्मद सईद सिद्दीकी ने किया। बैठक में संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय आह्वान पर 26 नवंबर 2024 को अंबेडकर पार्क मुरादाबाद में होने वाली चेतावनी रैली को सफल बनाने हेतु तथा अधर में पड़ी मांगों को पूरा कराने हेतु चर्चा की गई जिसमें साथियों को पर्चा वितरण की जिम्मेदारी सौंपी गई तथा 24 नवंबर को बाइक रैली द्वारा गांव-गांव जनसंपर्क तथा 25 नंबर को ठाकुरद्वारा में टोली बनाकर पर्चा वितरण का निर्णय लिया गया। इस दौरान अखिल भारतीय किसान सभा तथा किसान मजदूर सभा के वक्ताओं ने बताया कि 13 माह के ऐतिहासिक किसान आंदोलन के दबाव में कृषि कानूनों की वापसी के साथ सरकार ने संयुक्त किसान मोर्चा से किए हुए वादों को पूरा नहीं किया तथा बार-बार विरोध प्रदर्शन के बाद भी केंद्र सरकार ने किसने की आवाज को अनसुना कर दिया इसीलिए संयुक्त किसान मोर्चा ने देश भर के जिला मुख्यालयों पर चेतावनी रैली का आयोजन करके मांग पत्र केंद्र सरकार को भेजने का निर्णय लिया है तथा बताया कि आरएसएस व केंद्र सरकार की विनाशकारी आर्थिक नीतियों के चलते आम आदमी की कमर टूट रही है डबल इंजन की सरकारें केवल धार्मिक और जातीय नफरत को बढ़ाकर बढ़ती हुई महंगाई, बेरोजगारी, रिश्वतखोरी, पुलिस अत्याचार, जाति उत्पीड़न, एवं महिला उत्पीडन, की घटनाओं से जनता का ध्यान हटाकर अपना शासन कायम रखने का प्रयास कर रही है तथा इस दौरान निम्न मांगों पर जोर दिया गया की स्वामीनाथन आयोग के फार्मूले अनुसार सी 2+ 50% पर सभी फसलों की खरीद का गारंटी कानून बनाया जाए सभी किसानों एवं मजदूरों के सभी कर्ज माफ किए जाएं ताकि किसानों तथा मजदूरों की आत्महत्या ना हो ।चुनावी घोषणा पत्र के अनुसार बिजली उपभोक्ताओं को घरेलू खपत व किसानों के नलकूपों को मुफ्त बिजली दी जाए 2013 भूमि अधिग्रहण कानून लागू किया जाए अनावश्यक भूमि अधिग्रहण पर रोक लगाई जाए ।सभी वृद्धि विकलांगों व विधवाओं को 10 हज़ार रुपए प्रति माह पेंशन का कानून बनाया जाए रासायनिक उर्वरकों की काला बाजारी पर रोक लगाई जाए तथा आवश्यकता अनुसार आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। चारों श्रम संहिताओं को रद्द किया जाए तथा पुराने श्रम कानून लागू किए जाएं तथा 26000 रुपए प्रति माह न्यूनतम वेतन निर्धारण किया जाए आदि मांगों को लेकर विचार विमर्श किया गया। इस दौरान कामरेड नत्थू सिंह, वीर सिंह, महेश सिंह, जाकिर हुसैन कामरेड चांद वारसी, अब्दुल अज़ीज़ शर्मा जी कामरेड दयाराम साहनी, नरेश सिंह, बाबू सिंह, अमरीश कुमार, सुरेंद्र सिंह, हाजी कल्लू, कामरेड गुलशेर अली,आदि मौजूद रहे।