दिल्ली में जिगोलो मार्केट: जहां मर्दों के जिस्म की लगती है बोली
अज़हर मलिक
देश की राजधानी दिल्ली के कुछ पॉश इलाकों में रात के अंधेरे में एक अलग ही बाजार सजता है। इस बाजार को “जिगोलो मार्केट” कहा जाता है, जहां पुरुषों के जिस्म की बोली लगाई जाती है। रात 11 बजे से सुबह 4 बजे तक यह बाजार अपने चरम पर होता है।
क्या है जिगोलो मार्केट?
यह बाजार उन संभ्रांत महिलाओं के लिए होता है जो अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिए पुरुषों की सेवाएं लेती हैं। जिगोलो, जिन्हें “मेल एस्कॉर्ट” या “कॉल बॉय” भी कहा जाता है, अपनी सेवाओं के लिए मुंहमांगी कीमत वसूलते हैं।
चार्ज और मांग:
कुछ घंटों के लिए: ₹1800 से ₹3000
पूरी रात के लिए: ₹8000 से ₹15000
गठीले शरीर और सिक्स-पैक एब्स वाले पुरुषों की कीमत और अधिक होती है।
कौन हैं ये जिगोलो?
ज्यादातर जिगोलो युवा होते हैं, जिनमें कॉलेज स्टूडेंट्स, इंजीनियरिंग और मेडिकल की तैयारी करने वाले छात्र शामिल हैं। इनमें से कुछ इसे अपनी महंगी जरूरतों को पूरा करने के लिए करते हैं, जबकि कुछ इसे प्रोफेशन के रूप में अपनाते हैं।
कैसे होती है बुकिंग?
यह बाजार हाईफाई क्लब, पब और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के जरिए चलता है। कई बार ग्राहक सीधे संपर्क में आते हैं, तो कई बार ऑनलाइन बुकिंग की जाती है।
समाज पर प्रभाव और सवाल:
इस धंधे का एक कॉरपोरेट मॉडल की तरह संचालन होता है, जिसमें इसमें शामिल संस्थान भी हिस्सा लेते हैं। यह धंधा समाज में कई नैतिक और कानूनी सवाल खड़े करता है।
जिगोलो मार्केट दिल्ली की रातों का एक अनदेखा पहलू है, जो एक तरफ व्यक्तिगत स्वतंत्रता की बात करता है, वहीं दूसरी ओर सामाजिक और नैतिक मूल्यों पर सवाल उठाता है।