एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने रातों-रात बदल दी किच्छा पुलिस की दिशा!
अज़हर मलिक
बृहस्पतिवार की रात जब बाकी लोग गहरी नींद में थे, तब एसएसपी मणिकांत मिश्रा ने किच्छा कोतवाली में अचानक कदम रखकर एक नया मिसाल कायम किया। उनका यह औचक निरीक्षण न केवल पुलिसकर्मियों के लिए चौंकाने वाला था, बल्कि यह साफ संकेत भी था कि अब थाना परिसर में हर चीज़ पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी।
एसएसपी ने सबसे पहले कोतवाली परिसर की सफाई पर ध्यान दिया। वे यह सुनिश्चित करना चाहते थे कि थाना परिसर पूरी तरह से साफ और व्यवस्थित रहे। इसके बाद, एसएसपी ने थाने के अभिलेखों की जांच की और सभी दस्तावेजों को सुरक्षित रखने के साथ-साथ उन्हें अपडेट रखने के निर्देश दिए। “यह केवल दिखावे के लिए नहीं, बल्कि अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई में सहायक होने चाहिए,” उन्होंने कड़े शब्दों में कहा।
एसएसपी ने कोतवाली में मौजूद सभी दरोगाओं से अभियोगों की ताजा जानकारी ली। उन्होंने विशेष रूप से भूमि विवादों और धोखाधड़ी के मामलों पर जोर दिया। “जमीन संबंधी मामलों में हर स्तर से कार्रवाई की जाए। कोई भी मामले को हलके में न लें। हम चाहते हैं कि इन मामलों का गुणवत्तापरक निस्तारण हो,” एसएसपी ने निर्देश दिए। साथ ही, धोखाधड़ी के मामलों में मुख्य अभियुक्त तक पहुंचने के लिए पुलिस को पूरी गंभीरता से काम करने की सलाह दी।
एसएसपी मिश्रा ने उन शातिरों को भी चेतावनी दी जो विदेश भेजने के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करते हैं। उन्होंने आईलेट्स सेंटर के संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए, जो गलत तरीके से लोगों से पैसे लेते हैं और उन्हें धोखा देते हैं। एसएसपी ने कहा, “ऐसे अपराधियों के खिलाफ कोई भी नरमी नहीं बरती जाएगी।”
इस निरीक्षण के दौरान एसएसपी के साथ सीओ सितारगंज बहादुर सिंह चौहान, प्रशिक्षु आईपीएस निशा यादव और एसएचओ धीरेन्द्र कुमार सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे। यह सुनिश्चित करने के लिए कि निर्देशों का सही तरीके से पालन हो, सभी अधिकारी गंभीर रूप से काम में जुटे हुए थे।
इस घटनाक्रम से यह साफ हो गया कि एसएसपी मणिकांत मिश्रा किच्छा क्षेत्र में अपराधों के खिलाफ सख्त और त्वरित कार्रवाई करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। उनके इस अचानक निरीक्षण से पुलिस महकमे में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है, जो यह दर्शाता है कि अब कोई भी अपराधी बच नहीं पाएगा।