गुरुद्वारा रोड बना ‘मौत का शॉर्टकट’ बड़े वाहनों की लापरवाही से हर कदम पर मंडरा रहा खौफ
अज़हर मलिक
काशीपुर के गुरुद्वारा रोड पर भारी वाहनों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा। फ्लाईओवर निर्माण कार्य पूरा होने के बाद भी गुरुद्वारा रोड को शॉर्टकट के तौर पर इस्तेमाल कर बड़े वाहन यहां से धड़ल्ले से गुजर रहे हैं। तेल बचाने और चेकिंग से बचने के लालच में ये वाहन इस मार्ग को चुनते हैं, लेकिन उनकी यह लापरवाही शहर के लोगों के लिए जानलेवा साबित हो रही है।
सुबह-शाम स्कूल जाने वाले मासूम बच्चे और राहगीर इन वाहनों के बीच जान जोखिम में डालकर सफर करने को मजबूर हैं। गुरुद्वारा रोड पर हर पल ऐसा लगता है, मानो किसी भी क्षण कोई बड़ा हादसा हो सकता है। दिन में बड़े वाहनों की एंट्री पर रोक के बावजूद यहां से भारी वाहनों का गुजरना प्रशासनिक अनदेखी और लापरवाही का जीता-जागता उदाहरण है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि ये बड़े वाहन स्टेडियम-सीमा चौराहा-टांडा चौराहा जैसे निर्धारित मार्गों की बजाय गुरुद्वारा रोड से इसलिए गुजरते हैं, क्योंकि उन्हें रास्ता छोटा पड़ता है और चेकिंग से भी बच निकलने का मौका मिल जाता है। खनिज ले जाने वाले वाहन इसी मार्ग का इस्तेमाल कर सरकारी राजस्व को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं।
इस अनियमितता के चलते गुरुद्वारा रोड पर ट्रैफिक जाम आम बात हो गई है। एंबुलेंस और आपातकालीन सेवाओं के वाहन भी इस जाम में फंसकर रेंगने को मजबूर हो जाती हैं। प्रशासन की लापरवाही से लोग खौफ के साए में जी रहे हैं, जबकि जिम्मेदार अधिकारी मूकदर्शक बने हुए हैं।
सवाल उठा रहे हैं कि आखिर प्रशासन कब जागेगा? क्या किसी बड़े हादसे का इंतजार किया जा रहा है? गुरुद्वारा रोड पर बेलगाम वाहनों की इस खतरनाक स्थिति को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने का समय अब आ चुका है।