जसपुर में वसीम सिद्दीकी जनता के दबाव पर मैदान में उतरे ‘हाथी’ के सवार
अज़हर मलिक
जसपुर की चुनावी फिजाओं में इस बार वसीम सिद्दीकी का नाम छाया हुआ है। बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी वसीम सिद्दीकी न केवल पार्टी के दमदार उम्मीदवार हैं, बल्कि वो इस चुनाव में एकमात्र ऐसे प्रत्याशी हैं जिन्हें जनता ने खुद चुनाव लड़ने के लिए मजबूर किया। वसीम सिद्दीकी की लोकप्रियता और उनकी मजबूत पकड़ ने उन्हें चेयरमैनी के चुनाव का प्रबल दावेदार बना दिया है।
वसीम की सादगी, ईमानदारी और जनता के बीच काम करने की शैली ने उन्हें जसपुर का प्रिय चेहरा बना दिया है। लोग मानते हैं कि वसीम ही वह नेता हैं जो जसपुर के विकास की नई इबारत लिख सकते हैं। जनता के आग्रह पर मैदान में उतरने वाले वसीम को लेकर लोगों का उत्साह साफ दिखाई दे रहा है।
‘हाथी’ पर सवार वसीम सिद्दीकी ने अपने प्रचार अभियान से विरोधी खेमे में हलचल मचा दी है। उनका जनसंपर्क और जनता से जुड़ने की शैली विरोधियों के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। जसपुर का इतिहास भी वसीम के पक्ष में है, जहां बहुजन समाज पार्टी का प्रदर्शन हमेशा दमदार रहा है।
अब देखना यह है कि वसीम सिद्दीकी की यह मजबूती क्या उन्हें चेयरमैनी की कुर्सी तक पहुंचाएगी या विरोधी कोई नया पासा फेंकेंगे। लेकिन एक बात तो तय है—जसपुर की जनता के बीच ‘हाथी की चाल’ ने चुनावी रोमांच को चरम पर पहुंचा दिया है।