हल्द्वानी में टैक्स चोरी का गोरखधंधा ‘मछलियां’ फंसीं, ‘मगरमच्छ’ आज़ाद
अज़हर मलिक
जनपद नैनीताल के हल्द्वानी में राज्य कर विभाग ने परचून के सामान से लदी दो गाड़ियां पकड़कर टैक्स चोरी के गोरखधंधे पर कार्रवाई की है। हालांकि, यह कार्रवाई सवालों के घेरे में है क्योंकि हल्द्वानी में टैक्स चोरी का खेल बड़े पैमाने पर हो रहा है और अब तक केवल छोटे अपराधियों यानी ‘मछलियों’ पर ही शिकंजा कसा गया है, जबकि बड़े कर चोर ‘मगरमच्छ’ विभाग के चंगुल से बाहर हैं।
हल्द्वानी उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में सामान सप्लाई का प्रमुख केंद्र है। यहां ईंटों के बिल में गड़बड़ी हो, तंबाकू सामग्री पर टैक्स चोरी, या अन्य गोरखधंधे—यहां राजस्व चोरी की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। टैक्स चोरी का यह खेल सिर्फ सरकार को आर्थिक नुकसान नहीं पहुंचा रहा, बल्कि देश की आर्थिक नींव को भी खोखला कर रहा है।
सवाल यह है कि क्या विभागीय अधिकारी जानबूझकर इन बड़े कर चोरों को संरक्षण दे रहे हैं? पूर्व में भी हल्द्वानी में प्रतिबंधित पॉलीथिन की खेप फल और सब्जियों के नीचे छिपाकर लाई गई थी, जिस पर कार्रवाई तो हुई, लेकिन बड़े मगरमच्छ तब भी पकड़े नहीं गए।
यह कार्रवाई किसी फिल्मी सीन की तरह लगती है, जहां 100 गाड़ियां बिना रोकटोक निकल जाती हैं, और दिखावे के लिए एक गाड़ी पकड़ ली जाती है। सवाल यह है कि हल्द्वानी में टैक्स चोरी के इस खेल को कौन बढ़ावा दे रहा है, और क्या विभाग अपनी जिम्मेदारी निभा रहा है?
अब वक्त है कि राज्य कर विभाग इन बड़े मगरमच्छों पर कार्रवाई करे, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि टैक्स चोरी के इस खेल का अंत हो और देश के राजस्व को बचाया जा सके।