एडवोकेट अमेंडमेंट बिल 2025 का विरोध करते हुए अधिवक्ताओं ने किया प्रदर्शन,
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : एडवोकेट अमेंडमेंट बिल के विरोध में अधिवक्ताओं ने काली पट्टी बांधकर प्रदर्शन करते हुए उपजिलाधिकारी को 6 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा है।
शुक्रवार को ठाकुरद्वारा बार एसोसिएशन के अनेकों अधिवक्ताओं ने बार काउंसिल ऑफ उत्तरप्रदेश के आह्वान परएडवोकेट अमेंडमेंट बिल 2025 का पुरजोर विरोध करते हुए काली पट्टी बांधकर उपजिलाधिकारी कार्यालय तक प्रदर्शन करते हुए एस डी एम प्रीतीसिंह को 6 सूत्रीय मांगों का ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में अधिवक्ता और उनके परिवार के लिए एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करने,की मांग की गई है इसके अलावा परिषदों में निर्वाचित सदस्यों के अतिरिक्त किसी अन्य को समाहित न करने ,लोकतंत्र स्वरूप को यथावत रखने की मांग की गई है।परिषदों के सदस्यों या अस्तित्व पर सुझाये गए संशोधन को तत्काल समाप्त करने की बात कही गई है,पूरे प्रदेश के अधिवक्ताओं और बार काउंसिलऑफ उत्तरप्रदेश के साथ साथ ठाकुरद्वारा बार के सभी अधिवक्ताओं का दस लाख रुपये का मेडिक्लेम व किसी अधिवक्ता की मौत पर दस लाख रुपये की बीमा राशि प्रदान की जाए,पंजीकरण के समय अधिवक्ताओं से ली गयी 5 सौ रुपये की धनराशि प्रादेशिक परिषदों को वापस की जाए,तथा राज्य सरकार द्वारा स्टाम्प की बिक्री से दो प्रतिशत राशि अधिवक्ताओं की कल्याण कारी योजनाओं के लिए खर्च की जाए जैसा कि केरल में हो रहा है। नियम बनाने का जो अधिकार पूर्व में एडवोकेट एक्ट में है उसको उसी प्रकार रखा जाए,केंद्र सरकार द्वारा रेगुलेशन बनाने की जो बाते कही गई हैं उन्हें तुरंत समाप्त किया जाए और किसी प्रकार के संशोधन की आवश्यकता न होने के कारण अधिवक्ता अमेंडमेंट बिल 2025 को समाप्त किया जाए,
ज्ञापन में चेतावनी दी गई है कि उक्त अधिवक्ता अमेंडमेंट बिल को तत्काल वापस नहीं लिया गया तो पूरे देश में इस लड़ाई को लड़ने की रणनीति बनाने के लिए अधिवक्ता बाध्य होंगे।इस दौरान मोहम्मद तक़ी सिद्दीकी, अनुज कुमार,अशोक कुमार गहलोत, सफदर अली खान,नवीन कुमार यादव,गयासुद्दीन,उमेश कुमार गुप्ता, मोहम्मद मोहसिन,हीरालाल अग्रवाल आदि अनेक अधिवक्ता मौजूद रहे।