हल्द्वानी में सफल NRP वर्कशॉप का आयोजन, 37 बाल रोग विशेषज्ञों ने लिया भाग
नवजात शिशुओं के जीवन रक्षा पर केंद्रित कार्यक्रम
सुषिला तिवारी मेडिकल कॉलेज, हल्द्वानी में सोमवार को एडवांस्ड नियोनेटल रिससिटेशन प्रोग्राम (NRP) वर्कशॉप का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यशाला नवजात शिशुओं को जीवन रक्षक तकनीकों से प्रशिक्षित करने के उद्देश्य से आयोजित की गई थी। इसमें उत्तराखंड और उत्तर प्रदेश से 37 बाल रोग विशेषज्ञों ने भाग लिया।
प्रमुख विशेषज्ञों की मौजूदगी
कार्यक्रम में देशभर से आए प्रतिष्ठित बाल रोग विशेषज्ञों ने बतौर फैकल्टी भाग लिया। इनमें शामिल थे:
डॉ. ऋतु रखोलिया, विभागाध्यक्ष, बाल रोग विभाग, सुषिला तिवारी मेडिकल कॉलेज
डॉ. वंदना, विभागाध्यक्ष, बाल रोग विभाग, एसआरएमएस मेडिकल कॉलेज, बरेली
डॉ. रवि सहोता, विभागाध्यक्ष, सहोता सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, काशीपुर
डॉ. रवि अडलखा, वरिष्ठ बाल रोग विशेषज्ञ, हल्द्वानी
डॉ. अल्पा गुप्ता, विभागाध्यक्ष, जॉली ग्रांट मेडिकल कॉलेज, देहरादून
प्रशिक्षण का उद्देश्य और महत्व
कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों को नवजातों को CPR (Cardio Pulmonary Resuscitation) देने की उन्नत तकनीकों का प्रशिक्षण दिया गया। डॉ. रवि सहोता ने बताया कि इस तरह की वर्कशॉप हर दो वर्षों में आयोजित की जाती है। इसका उद्देश्य डॉक्टरों को प्रशिक्षित कर उनके माध्यम से विभिन्न संस्थानों में अन्य मेडिकल स्टाफ तक यह ज्ञान पहुँचाना है।
नवजात मृत्युदर में कमी की दिशा में अहम कदम
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के प्रशिक्षण कार्यक्रम neonatal mortality rate (NMR) को घटाने में मददगार होते हैं। उत्तराखंड में यह दर वर्तमान में प्रति 1000 जन्मों पर लगभग 22 है। इस लक्ष्य को 10 से नीचे लाने की दिशा में यह वर्कशॉप एक मील का पत्थर साबित हो सकती है।