कोरोना फिर से लौट रहा है! देश में बढ़ते मामले, दिल्ली में डराने वाला आंकड़ा — क्या आप तैयार हैं?
कोरोना वायरस एक बार फिर से देश में अपने पैर पसारता दिख रहा है। जिस महामारी को दुनिया खत्म मान चुकी थी, वह एक बार फिर भारत के दरवाजे पर खड़ी है—और इस बार भी लापरवाही भारी पड़ सकती है। 3 जून 2025 तक देश में सक्रिय कोविड-19 मामलों की संख्या 3961 हो चुकी है। सिर्फ बीते 24 घंटे में 203 नए मामले सामने आए हैं और 4 मौतें दर्ज की गई हैं। दिल्ली, केरल, महाराष्ट्र और तमिलनाडु जैसे राज्य एक बार फिर रेड अलर्ट पर हैं। अकेले दिल्ली में 483 एक्टिव केस हैं, जिनमें से एक 22 वर्षीय युवती की मौत भी हो चुकी है — जो पहले से फेफड़ों की बीमारी से जूझ रही थीं।
यह स्थिति सामान्य नहीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय और दिल्ली हाई कोर्ट ने इसे गंभीरता से लिया है। हाई कोर्ट ने केंद्र सरकार से सख्त रिपोर्ट मांगी है और कहा है कि “कोरोना खत्म नहीं हुआ है, और देश को सतर्क रहने की जरूरत है।” कोर्ट ने कोविड सैंपल कलेक्शन और ट्रांसपोर्ट के लिए SOPs की स्थिति पूछी है। इस बीच विशेषज्ञों का मानना है कि नए वेरिएंट NB.1.8.1 की वजह से केसों में इजाफा हो रहा है — यह वेरिएंट बेहद संक्रामक है, भले ही लक्षण हल्के हों, लेकिन जिनकी इम्युनिटी कमजोर है, उनके लिए यह जानलेवा साबित हो सकता है।
दिल्ली, महाराष्ट्र और केरल के अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। ICU बेड्स, ऑक्सीजन स्टॉक और वेंटिलेटर की जांच फिर से शुरू कर दी गई है। बूस्टर डोज़ पर ज़ोर दिया जा रहा है। लेकिन सवाल वही है — क्या लोग अब भी सतर्क हैं?
क्या आपने मास्क पहनना फिर से शुरू किया है? क्या आपने भीड़ से दूरी बनानी शुरू कर दी है? क्या आपके माता-पिता या दादा-दादी को बूस्टर डोज़ लग चुकी है?
याद रखिए—कोरोना कभी दरवाज़ा खटखटा कर नहीं आता। ये खामोशी से दाखिल होता है और तबाही छोड़ जाता है।
अगर अब भी नहीं चेते, तो अगला नंबर किसी का भी हो सकता है…
👉 सावधान रहें। मास्क पहनें। भीड़ से बचें। और टीकाकरण ज़रूर करवाएं।
क्योंकि डरना नहीं है — सतर्क रहना है।