भोपाल में गर्मी का कहर: छह साल में जून का दूसरा सबसे गर्म दिन, नहीं मिल रही राहत!
भोपाल में सूरज इस वक्त पूरे तेवर में है। सोमवार को राजधानी ने इस गर्मी के मौसम का सबसे तीखा दिन झेला, जब तापमान 43 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया। भारतीय मौसम विभाग के अनुसार, यह जून महीने का बीते छह वर्षों में दूसरा सबसे गर्म दिन रहा, जिसने शहरवासियों की परेशानी को और बढ़ा दिया है।
तेज धूप और लू ने लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल कर दिया है। दोपहर के वक्त सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहता है, जबकि अस्पतालों में हीट स्ट्रोक से संबंधित शिकायतें बढ़ती जा रही हैं। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले कुछ दिनों तक गर्म हवाओं से राहत की कोई उम्मीद नहीं है, क्योंकि उत्तर प्रदेश और मध्यप्रदेश के ऊपर गर्म पछुआ हवाएं सक्रिय हैं।
भोपाल में गर्मी की यह लहर न केवल आम जनजीवन को प्रभावित कर रही है, बल्कि बिजली और पानी की मांग भी अचानक बढ़ गई है। एयर कंडीशनर, कूलर और पंखों का लगातार इस्तेमाल बिजली वितरण प्रणाली पर दबाव बना रहा है, वहीं कई इलाकों में टैंकरों से पानी की आपूर्ति करनी पड़ रही है।
मौसम विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक घर से बाहर निकलने से बचें। बुजुर्ग, बच्चे और बीमार लोग विशेष रूप से सावधानी बरतें। इसके साथ ही छाता, पानी की बोतल, टोपी और हल्के सूती कपड़ों का इस्तेमाल करने की सलाह दी गई है।
क्या कहती हैं रिपोर्ट्स?
- अधिकतम तापमान: 43°C
- न्यूनतम तापमान: 29°C
- हवा की गति: 14-18 किमी/घंटा
- उमस: लगभग 45%
- हीट इंडेक्स: 47°C के करीब
विशेषज्ञ मानते हैं कि अगर तापमान ऐसे ही बना रहा, तो यह जून महीने का एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड बन सकता है। अब सभी की निगाहें इस हफ्ते के आखिरी दिनों पर टिकी हैं, जब पश्चिमी विक्षोभ के कारण हल्के बादल और हवाएं राहत ला सकती हैं।
भोपाल के लोग इस समय जिस तरह की भीषण गर्मी से जूझ रहे हैं, वह सिर्फ एक मौसमी चुनौती नहीं, बल्कि शहरी जीवनशैली पर एक गंभीर असर डालने वाला दौर है। ऐसे में सावधानी और सतर्कता ही सबसे बड़ा हथियार है।