नगर में बन्द नही हुई गन्दे पानी की आपूर्ति,बीमारियों की आशंका के चलते लोगो मे रोष,
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : नगर में पालिका परिषद द्वारा की जा रही गन्दे पानी की सप्लाई पर फूटा लोगो का गुस्सा , सोशल मीडिया पर पालिका और नगर के नेताओं को खरी खोटी सुना रहे हैं लोग।
नगर में पिछले काफी दिनों से नगर पालिका द्वारा जो पेयजलापूर्ति की जा रही है वह किसी भी प्रकार से पीने अथवा अन्य किसी उपयोग की नही है। जिन लोगो के यंहा ये पानी पाइप लाइन से सीधे उनके टैंको में जाता है और वह उसी टैंक का पानी पीने तथा खाना बनाने के लिए उपयोग करते हैं उनके लिए यह पानी बीमारियों का कारण बन रहा है।
ऐसे में जाहिर है कि लोगो मे रोष व्याप्त होगा और वही हो रहा है लोग सोशल मीडिया पर इस गन्दे पानी की फोटो शेयर करते हुए पालिका प्रशासन को खरी खोटी सुना रहे हैं लेकिन किसी के कानों पर जूं नही रेंग रही है। बताते चलें कि नगर में पिछले दिनों करोड़ों रुपये खर्च करके जल निगम द्वारा शहर की सड़कों को खोद कर उनमें पाइप लाइनों के डाले जाने का काम किया गया था।इस दौरान पाइप लाइनों को डालकर उल्टे सीधे ढंग से नगर की इन खोदी गयी सड़को की लीपापोती कर काम चलाऊ कर दिया गया जिससे नगर की आन गिनत सड़के चलने के लायक नहीं बची हैं और कई स्थानों पर पाइप लाइनों में लीकेज भी हो रही है जिससे इन फटी हुई पाइप लाइनों में ही मिट्टी और गंदगी भर जाती है जो पानी के साथ लोगों के घरों तक जा रही है।
लोगों का कहना है कि आने वाले बरसात के मौसम में यही गन्दा पानी और भी आधी प्रदूषित हो जाएगा और नगर में बीमारियों का कारण बन जायेगा ।इस लापरवाही को लेकर जनता के बीच भारी रोष व्याप्त है। नगर के लोगो का ये भी कहना है कि पालिका द्वारा जल आपूर्ति के साथ घरों पर लगे पानी के टैंकों मे गन्दी मिट्टी लगातार आ रही है।जो गर्मी के मौसम मे कभी भी भयंकर बीमारी का रूप ले सकती है।क्यों कि तेज धूप मे पानी गर्म हो रहा है।और गन्दी मिट्टी सड रही है।और यह समस्या पूरे नगर की है। एक टैंक की सफाई का खर्च 15 सौ रुपये से लेकर 2 हज़ार रुपये तक आता है। और ऐसे में नगर पालिका परिषद अपने पैसे से नगरवासियों के टैंकों की सफाई कराये।क्यों कि नगरवासी साफ पानी का भुगतान करते है। लोगों ने बताया है कि यह शिकायत उच्च स्तर पर भी की जायेगी।