गेहूं की फसल में कौन-कौन सी दवा डालें? पूरी जानकारी 2025 के मौसम के अनुसार
अगर आप गेहूं की खेती कर रहे हैं और सोच रहे हैं कि कौन-कौन सी दवा डालनी चाहिए ताकि फसल सुरक्षित और अच्छी पैदावार दे, तो ये खबर आपके लिए है। बदलते मौसम और कीट-रोगों की स्थिति को देखते हुए 2025 में गेहूं के लिए ये दवाएं जरूरी मानी जा रही हैं।
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🌾 1. बीज उपचार (Seed Treatment):
बीज बोने से पहले थायोमिथोक्साम + मैनकोजेब से बीज का उपचार करें, ताकि फसल शुरुआत से ही सुरक्षित रहे।
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🪲 2. कीट नियंत्रण (Pest Control):
थ्रिप्स और माहू के लिए: इमिडाक्लोप्रिड 17.8% SL या थायोमेथोक्साम 25% WG
दीमक के लिए: क्लोरोपायरीफॉस 20% EC
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🍂 3. रोग नियंत्रण (Disease Management):
पत्ती झुलसा (Leaf Blight): Carbendazim + Mancozeb का छिड़काव करें
गेरुई रोग (Rust): Propiconazole 25% EC या Hexaconazole
💧 4. खरपतवार नियंत्रण (Weed Control):
बोआई के 30-35 दिन बाद Metsulfuron methyl + 2,4-D का छिड़काव करें
ध्यान रहे: छिड़काव के बाद 6 घंटे तक बारिश न हो
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📌 जरूरी सुझाव:
दवा छिड़कते समय मास्क और दस्ताने जरूर पहनें
हर छिड़काव के बीच कम से कम 7 दिन का अंतर रखें
उर्वरक और दवा अलग-अलग दिन डालें