आयतुल कुरसी: इस्लाम की सबसे ताक़तवर आयत के चमत्कारी फायदे, हर मुसलमान को जानना चाहिए
आयतुल कुरसी (Ayat al-Kursi) क़ुरआन की सबसे शक्तिशाली और फज़ीलत वाली आयत मानी जाती है। यह आयत सूरह अल-बक़रह की 255वीं आयत है और इसे पढ़ने वाले पर अल्लाह की खास रहमत बरसती है। इसमें अल्लाह की ताक़त, उसकी हिफाज़त और उसका ज्ञान बयान किया गया है।
इस आयत के नियमित पढ़ने के फ़ायदे इतने गहरे हैं कि इसे ‘रूहानी कवच’ भी कहा जाता है।
आइए जानते हैं आयतुल कुरसी के कुछ चमत्कारी फायदे:
1. शैतान से हिफाज़त: इसे सुबह और शाम पढ़ने से शैतान इंसान के करीब नहीं आता।
2. नींद में सुरक्षा: सोने से पहले पढ़ने से पूरी रात फ़रिश्ते निगहबानी करते हैं।
3. रिज़्क़ में बरकत: रोज़ाना पढ़ने वाले व्यक्ति के घर में बरकत और सुकून बना रहता है।
4. सफ़र में अमन: सफ़र से पहले पढ़ने पर हादसों और नुक़सान से सुरक्षा मिलती है।
5. नज़रबट्टू से बचाव: नज़र और बुरी ताक़तों से भी यह आयत मज़बूत ढाल का काम करती है।
पैग़म्बर मुहम्मद (स.अ.) ने फ़रमाया:
“जो आयतुल कुरसी हर फ़र्ज़ नमाज़ के बाद पढ़ता है, उसके और जन्नत के बीच सिर्फ मौत का फासला रह जाता है।”
आज के दौर में जब हर कोई मानसिक तनाव, बुरे ख़्यालात और बुरी नज़रों से परेशान है, ऐसे में आयतुल कुरसी एक सच्चा रूहानी इलाज बनकर उभरती है। हर मुसलमान को इसे ज़रूर याद करना और अपनी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में शामिल करना चाहिए।