दिल्ली में जिगोलो मार्केट का सच – सोशल मीडिया फ्रॉड या गुप्त कारोबार?
आजकल “जिगोलो सर्विस” शब्द गूगल और सोशल मीडिया पर तेजी से ट्रेंड कर रहा है। खासतौर पर दिल्ली जैसे मेट्रो शहरों में इसके नाम पर कई युवाओं को जाल में फंसाया जा रहा है।
लेकिन सवाल उठता है – क्या दिल्ली में वाकई कोई जिगोलो मार्केट है?
या फिर यह सिर्फ एक साइबर फ्रॉड और ब्लैकमेलिंग स्कीम है?
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📍 क्या है “जिगोलो सर्विस”?
“Jigolo” शब्द आमतौर पर ऐसे पुरुषों के लिए इस्तेमाल किया जाता है जो महिलाओं को पैसे लेकर एस्कॉर्ट या फिजिकल सर्विस देते हैं। हालांकि भारत में यह पूरी तरह गैरकानूनी है, लेकिन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर इसे ‘प्रोफेशनल रिलेशनशिप’ के नाम पर बेचा जा रहा है।
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💻 कैसे शुरू होता है फंसाने का खेल?
1. Instagram या WhatsApp पर विज्ञापन दिखते हैं – “Earn ₹50,000 per week”
2. जब कोई युवक संपर्क करता है, तो उससे कहा जाता है कि “लड़कियों के लिए जिगोलो बनो, बहुत पैसा मिलेगा”
3. फिर शुरू होती है रजिस्ट्रेशन फीस – ₹1,500 से ₹5,000 तक
4. धीरे-धीरे पैसे और दस्तावेज मांगे जाते हैं
5. अंत में – कोई कॉल नहीं, कोई क्लाइंट नहीं, बस धोखा और ब्लैकमेल
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🧠 साइकोलॉजिकल ट्रैप
इस स्कीम में टारगेट वो युवा होते हैं जो बेरोज़गार हैं
उन्हें पैसे और रिलेशन का लालच दिया जाता है
कुछ मामलों में युवकों के पर्सनल वीडियो और फोटोज़ लेकर उन्हें धमकाया भी गया है
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👮 क्या कहती है पुलिस?
दिल्ली पुलिस के अनुसार –
> “जिगोलो मार्केट जैसी कोई वैध संस्था या प्लेस दिल्ली में मौजूद नहीं है। ऐसे मामलों में FIR दर्ज की जा रही है। लोग जागरूक रहें।”
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🛑 क्या करें अगर आप या कोई जानने वाला इसमें फंस जाए?
तुरंत पैसे भेजना बंद करें
उनकी चैट और कॉल रिकॉर्ड रखें
साइबर क्राइम पोर्टल: https://cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें
अपने किसी भरोसेमंद परिवारजन या पुलिस से बात करें
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❗ निष्कर्ष:
“दिल्ली में जिगोलो मार्केट” एक सुनियोजित ऑनलाइन जाल है, जिसका मकसद है युवाओं को फंसाना, लूटना और ब्लैकमेल करना। इससे बचने का एकमात्र तरीका है – जागरूकता।
📢 इस रिपोर्ट को ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुंचाएं ताकि कोई और इस जाल में न फंसे।
सच जानिए, सतर्क रहिए – The Great News के साथ।