उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर – यमुनोत्री यात्रा रोकी गई, भूस्खलन से रास्ते बंद
देहरादून/उत्तरकाशी (1 जुलाई 2025): उत्तराखंड में मॉनसून की पहली बड़ी बारिश ने राज्य की व्यवस्था को पूरी तरह से हिला दिया है। विशेषकर उत्तरकाशी जिले में भारी बारिश और भूस्खलन के चलते यमुनोत्री यात्रा को स्थगित कर दिया गया है। यात्रा मार्ग पर कई जगहों पर मलबा और बोल्डर गिरने से यात्रियों की सुरक्षा खतरे में पड़ गई।
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🛑 यमुनोत्री धाम की यात्रा फिलहाल रोकी गई
प्रशासन ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यात्रा को अस्थायी रूप से रोकने का आदेश दिया है
जानकीचट्टी से आगे मार्ग बंद है
गंगोत्री और केदारनाथ मार्ग पर भी भारी फिसलन और पत्थर गिरने की खबरें हैं
SDRF और लोक निर्माण विभाग की टीमें मलबा हटाने में जुटी हैं
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📉 सड़कें और रास्ते बुरी तरह प्रभावित
स्थान स्थिति
यमुनोत्री हाईवे भूस्खलन के कारण कई जगह बंद
रुद्रप्रयाग-गौरीकुंड रोड ट्रैफिक रोका गया
बद्रीनाथ हाईवे (NH-58) जगह-जगह मलबा गिरा
पिथौरागढ़ क्षेत्र 2 गांवों का संपर्क कटा
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🚨 अलर्ट जारी
IMD (मौसम विभाग) ने अगले 48 घंटे तक भारी से बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की है
उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी और पिथौरागढ़ जिलों में ऑरेंज अलर्ट
नदियों के जलस्तर में अचानक वृद्धि का खतरा
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⛑️ प्रशासन की तैयारी
सभी जिलाधिकारियों को हाई अलर्ट पर रखा गया है
हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं
खतरे वाले इलाकों में SDRF, पुलिस और राजस्व विभाग की टीमें तैनात
यात्रियों से यात्रा स्थगित करने और सुरक्षित स्थानों पर रहने की अपील
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🧭 स्थानीय लोगों और यात्रियों की परेशानी
बारिश के चलते ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली, नेटवर्क और आवाजाही पूरी तरह प्रभावित है।
यात्रियों ने यात्रा मार्गों में फंसे होने और खाने-पीने की दिक्कत की शिकायत की है। प्रशासन राहत पहुंचा रहा है।
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उत्तराखंड में हर साल की तरह इस बार भी भारी बारिश ने चारधाम यात्रा पर असर डाला है। सवाल वही है — क्या हम इस प्राकृतिक आपदा से लड़ने के लिए तैयार हैं?