उत्तराखंड में खनन से रिकॉर्ड तोड़ कमाई, पहली तिमाही में 331.14 करोड़ राजस्व,
उत्तराखंड में खनन क्षेत्र में किए गए बड़े सुधार और अवैध खनन पर लगाई गई प्रभावी रोक अब प्रत्यक्ष रूप से राजस्व के रूप में रंग ला रही है। वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में राज्य सरकार ने खनन विभाग के जरिए 331.14 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित कर नया रिकॉर्ड कायम किया है।
यह आंकड़ा केवल तीन महीने की अवधि में हासिल किया गया है, जिससे साफ झलकता है कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य की आर्थिकी को एक नई दिशा मिल रही है। भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने इस उपलब्धि को लेकर कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा बनाई गई नीतियों का असर अब जमीनी स्तर पर नजर आ रहा है। उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष प्रदेश को खनन क्षेत्र से लगभग 1100 करोड़ रुपये की आय हुई थी, और इस वर्ष जिस तरह से खनन नीति के अंतर्गत कार्य किया जा रहा है, उससे यह आंकड़ा और भी ऊंचा पहुंचने की उम्मीद है। चौहान ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में उत्तराखंड में चहुंमुखी विकास हो रहा है, जिसमें पारदर्शिता, नियोजन और तकनीकी नवाचार का विशेष योगदान है।
उन्होंने कहा कि खनन न केवल राजस्व का एक मजबूत स्रोत बन चुका है बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार सृजन और आधारभूत संरचना विकास में भी इसकी भूमिका अहम हो गई है। वर्तमान में जिस रफ्तार से खनन से आय हो रही है, वह इस बात का संकेत है कि आने वाले समय में राज्य की आर्थिक स्थिति और मजबूत होगी और विकास के नए आयाम स्थापित होंगे। सरकार द्वारा खनन की प्रक्रिया में पारदर्शिता लाने, ई-नीलामी को बढ़ावा देने और अवैध खनन पर सख्त कार्रवाई करने जैसी पहलों ने इस क्षेत्र में भरोसा बढ़ाया है और निवेश को भी प्रोत्साहित किया है
।