खनन माफियाओं पर की गई आधी अधूरी कार्यवाही, सी एम योगी ने जताई नाराजगी
यामीन विकट
ठाकुरद्वारा : बीती 13 सितम्बर को खनन माफियाओं द्वारा खनन अधिकारी तथा उपजिलाधिकारी से की गई अभद्रता और पकड़े डम्परों तथा उनके चालकों को जबरन टीम से छुड़ा ले जाने की घटना का प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लेते हुए डी आई जी शलभ माथुर व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों से तीखी नाराज़गी जताई है। बताया जा रहा है कि खनन माफियाओं के विरुद्ध आधी अधूरी कार्यवाही से नाराज़ मुख्यमंत्री ने विडीओ कॉन्फ्रेंसिंग में यंहा तक कह डाला कि आप कार्यवाही करेंगे या फिर मैं आप लोगो के खिलाफ एक्शन लूं ।
अभियुक्त गण सरताज व फुरकान
सी एम ने यंहा तक कह डाला कि ऐसी कार्यवाही करूँगा जो आप भूल नहीं पाओगे। सी एम के पूछे जाने पर कि दोषियों पर कार्यवाही क्यों नहीं हुई इस पर जिलाधिकारी शैलेन्द्र सिंह के खामोश हो जाने पर कमिश्नर आनंजेय कुमार सिंह ने सी एम को बताया कि मुरादाबाद और रामपुर क्षेत्रों में डम्परों को पकड़ा जा रहा है और पिछले तीन दिनों से स्पेशल ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इस जवाब से असंतुष्ट दिखे मुख्यमंत्री ने कहा कि अभियान तो ठीक है लेकिन दोषियों को गिरफ्तार क्यों नहीं किया जा रहा है । कमिश्नर ने कहा दोषियों को चिन्हित किया जा रहा है, तो मुख्यमंत्री बोले अभी तक क्यों नही किये गए। बताते चलें कि उत्तराखंड से बिना रायल्टी चुकाए जनपद में बालू बजरी के डम्परों को लाया जाता है और इसके अलावा एक रायल्टी पर कई कई डम्परों को भी बार्डर व बैरियर से निकाला जाता है इस खेल में कई बड़े नेताओं से लेकर बड़े बड़े पुलिस के अधिकारियों के संलिप्त होने की चर्चाए तेज़ी से सामने आ रही और बताया जा रहा है कि इसी के चलते पुलिस सख्ती से कार्यवाही नहीं कर पा रही है। उधर मुख्यमंत्री के सख्ती करने के बाद ठाकुरद्वारा पुलिस ने सोमवार को इसी मामले में सरताज अहमद पुत्र खुर्शीद अहमद निवासी उमरी कला थाना कांठ तथा फुरकान पुत्र करीमुल्ला निवासी हरि नूरपूर थाना कांठ को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बताते चलें कि इस मामले में 5 नामजद आरोपियों व डेढ़ सौ अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था और अबतक पुलिस कुल 9 लोगो को जेल भेज चुकी है।