अमेरिका बनाम भारत: कौन से म्यूचुअल फंड्स हैं ज़्यादा फायदेमंद निवेश?
नई दिल्ली, 7 जुलाई 2025: निवेशकों के बीच एक बड़ा सवाल अक्सर सामने आता है – भारत के म्यूचुअल फंड बेहतर हैं या अमेरिका के? जहां अमेरिका में म्यूचुअल फंड का बाज़ार बेहद पुराना और बड़ा है, वहीं भारत में हाल के वर्षों में म्यूचुअल फंड्स ने तेजी से रिटर्न और लोकप्रियता हासिल की है।
अमेरिका के म्यूचुअल फंड्स:
अमेरिका में वेंगार्ड (Vanguard), फिडेलिटी (Fidelity) और ब्लैकरॉक (BlackRock) जैसे बड़े फंड हाउस हैं।
पिछले 10 वर्षों में औसतन 7-10% सालाना रिटर्न।
बाज़ार स्थिर, लेकिन बढ़ोतरी की रफ्तार भारत की तुलना में धीमी।
भारत के म्यूचुअल फंड्स:
भारत के फंड्स ने पिछले 5 वर्षों में कई बार 12-18% तक का रिटर्न दिया है।
मिडकैप और स्मॉलकैप फंड्स में हाई ग्रोथ देखने को मिली।
जोखिम अधिक, लेकिन युवा निवेशकों के लिए आकर्षक।
तुलना:
पैमाना अमेरिका भारत
औसत रिटर्न (5yr) 7-9% 12-15%
रिस्क लेवल कम मध्यम-उच्च
मार्केट स्थिरता अधिक मध्यम
टैक्स सिस्टम जटिल (IRS) सरल (भारत में)
एक्सपर्ट की सलाह:
वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि अगर आप USD में कमाते हैं और लॉन्ग टर्म निवेशक हैं, तो अमेरिकी फंड्स सुरक्षित और स्थिर ऑप्शन हो सकते हैं। वहीं भारत में रहने वाले या INR में कमाई करने वाले लोगों के लिए भारतीय म्यूचुअल फंड्स बेहतर रिटर्न दे सकते हैं – खासकर SIP के जरिए।