अमेरिका से भारत में निवेश: NRI के लिए गाइड और ताज़ा अपडेट (2025)
क्यों अब हो रही प्रवृत्ति बदल रही है?
0-1विश्वव्यापी बाज़ारों की अस्थिरता के बीच, निवेशक अमेरिका के बाहर अवसरों की तलाश कर रहे हैं। इंडियन बाजार की मजबूत आर्थिक नींव और आकर्षक वैलुएशंस इसे एक पसंदीदा विकल्प बना रहे हैं, जैसा कि विशेषज्ञ समीर अरोड़ा ने हाल ही में बताया है ।
कैसे करें अमेरिका से भारत में निवेश?
1. बैंक और खाता सेट‑अप
488-1भारत में खोलें NRE/NRO बैंक खाता, और उसे PIS (Portfolio Investment Scheme) खाते से लिंक करें ।
708-0ऑनलाइन Demat + Trading खाता बनवाएं; Zerodha, ICICI Direct, HDFC Securities जैसे प्लेटफ़ॉर्म उपलब्ध हैं ।
2. न्यूनतम नियम और प्रतिबंध
856-1केवल delivery-based equity ट्रेडिंग की अनुमति है, intraday या margin ट्रेडिंग पर रोक ।
1024-0एक कंपनी में 10% तक की होल्डिंग (aggregate cap 24%) रख सकते हैं ।
3. निवेश विकल्प
1115-1प्रत्यक्ष स्टॉक, म्यूचुअल फंड्स, ETFs जैसे Nifty 50 ETF — जो कम लागत वाली और सरल शुरुआत की सुविधा देते हैं ।
1295-0कुछ रोडमैप के मुताबिक Smallcase के माध्यम से भी निवेश कर सकते हैं ।
4. कर गणना और सूचना
1408-1शॉर्ट टर्म capital gain पर 20%, लॉन्ग-टर्म पर 10% (₹1 लाख तक की लाभ राशि टैक्स-फ्री), और TDS लागू होगा ।
1585-0DTAA (Double Taxation Avoidance Agreement) के तहत आप यूएस में टैक्स की छूट या क्रेडिट ले सकते हैं ।
5. US विधिक निर्देश
1724-1भारतीय ब्रोकर्स को US के SEC में रजिस्टर होना अनिवार्य; अन्यथा अमेरिकन निवेशक संरक्षण नहीं मिलता। नियमों का पालन करें ।
सलाह और अवसर
1895-0Nifty 50 ETF एक कम खर्चीला, विविधीकृत विकल्प है खासकर नए शुरुआत करने वालों के लिए ।
2029-0भारतीय बाजार में विदेशी निवेश सीमा बढ़कर 10% प्रति कंपनी, कुल 24% होने से भविष्य में और पूंजी आ सकती है ।
यदि आप पूरी तरह सक्रिय ट्रेडिंग कर सकते हैं, तो स्टॉक्स बेहतर; लेकिन लंबी अवधि के लिए ETF/MF सुरक्षित विकल्प हैं ।