BJP नेत्री के बेटे के 130 अश्लील वीडियो वायरल, सियासी गलियारों में मचा हड़कंप
उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। यहां एक भाजपा नेत्री के बेटे पर आरोप है कि उसने सोशल मीडिया पर 130 से ज्यादा अश्लील वीडियो वायरल किए। यह मामला सामने आते ही राजनीतिक हलकों में बवाल मच गया है, और जनता में भी इसे लेकर काफी आक्रोश देखा जा रहा है।
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🔍 क्या है पूरा मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मैनपुरी में भाजपा से जुड़ी एक महिला नेत्री के बेटे पर आरोप है कि उसने अपनी पत्नी और अन्य महिलाओं के साथ बनाए गए 130 से अधिक निजी और अश्लील वीडियो को इंटरनेट पर वायरल किया। यह वीडियो विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स और मैसेजिंग ऐप्स पर तेजी से फैल गए।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इस घटना के सामने आने के बाद, पीड़ित महिला (नेत्री की बहू) ने खुलकर बयान दिया कि उसे ब्लैकमेल किया गया और उसकी गोपनीयता भंग की गई।
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⚖️ क्या हुई कार्रवाई?
पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
आईटी एक्ट और महिला संरक्षण कानूनों के तहत केस दर्ज हुआ है।
पुलिस ने आरोपी के मोबाइल, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त कर लिए हैं।
मामले की जांच साइबर क्राइम यूनिट को सौंप दी गई है।
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🗣️ BJP की प्रतिक्रिया
जब यह मामला तेजी से वायरल हुआ, तो विपक्षी पार्टियों ने BJP पर हमला बोलना शुरू कर दिया। हालांकि, मंत्री जयवीर सिंह ने स्पष्ट कर दिया कि,
> “जिस महिला की बात की जा रही है, वह अब पार्टी की सदस्य नहीं हैं। यह मामला व्यक्तिगत है और इसकी जांच जारी है। पार्टी का इससे कोई लेना-देना नहीं है।”
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📲 सोशल मीडिया पर बहस
इस मामले से जुड़ी खबरें Facebook, Twitter और WhatsApp पर तेजी से फैल गईं। लोगों ने सवाल उठाए कि क्या राजनीतिक परिवारों में ऐसे मामलों पर कोई सख्त नीति नहीं होनी चाहिए?
कुछ लोगों ने इसे महिलाओं की निजता पर हमला बताया, जबकि कुछ नेत्री के पार्टी कनेक्शन पर भी सवाल उठाए।
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🚨 क्या सिख मिलती है?
यह मामला समाज के लिए एक गंभीर चेतावनी है कि टेक्नोलॉजी का दुरुपयोग कितना खतरनाक हो सकता है। जब कोई अपने ही परिवार की महिलाओं का विश्वास तोड़कर उन्हें बदनाम करता है, तो यह सिर्फ कानूनी अपराध नहीं बल्कि नैतिक पतन का भी उदाहरण है।
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⚠️ निष्कर्ष:
यह सिर्फ एक घरेलू विवाद नहीं, बल्कि डिजिटल अपराध का गंभीर उदाहरण है।
ऐसी घटनाएं महिलाओं के आत्म-सम्मान और मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव डालती हैं।
अब देखना होगा कि कानून इस पर कितना कठोर और तेज़ न्याय देता है।