देश में विदेशी चला रहे सिम कार्ड का खेल फर्जी पहचान पत्र पर विदेशी ठग और अवैध रूप से रहने वाले विदेशियों को भारतीय सिम बेचने वाले गिरोह का पुलिस ने खुलासा किया है। एंटी ऑटो थेफ्ट टीम और नॉलेज पार्क थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए नाईजीरियाई नागरिक दिल्ली, यूपी और उत्तराखंड में फुटबॉल की कोचिंग देने वाले सिक्सटस ननाइमका ओकुमा, तिब्बती रिफ्यूजी तकल्हा नंदुक, पश्चिम बंगाल के लिट्टन दास, बुलंदशहर के आसिम खान व दिल्ली के बलराम को गिरफ्तार किया है।आरोपी नॉलेज पार्क के छात्रों को विदेशी पदार्थ और ग्रेनो में रहने वाले विदेशी को सिम बेचने आए थे। सभी आरोपी फिलहाल दिल्ली में रह रहे थे। आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने 730 सिम और 20 लाख कीमत का 55 ग्राम अमेरिकी ड्रग्स (मेथाम्फेटामाइन क्रिस्टल एमडीएमए), 40 टेबलेट एमडीएमए, विदेशी बीड (गांजा) 90 बरामद किए हैं। 279 सिम कार्ड चालू हैं और 451 सिम कार्ड एक्टिवेट नहीं हुए हैं।ग्रेटर नोएडा जोन के डीसीपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि नॉलेज पार्क क्षेत्र के स्कूल कॉलेजों में विदेशी ड्रग्स आपूर्ति करने वालों को पुलिस तलाश कर रही थी। एंटी ऑटो थेफ्ट टीम प्रभारी जितेंद्र सिंह और नॉलेज पार्क थाना प्रभारी विनोद कुमार सिंह ने पहले दिल्ली के राजपुर खुर्द एक्सटेंशन में रहने वाले नाइजीरियाई सिक्सटस ननाईमेका अकोमा को गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी हुई। तिब्बती तकल्हा नंदुक न्यू अरुणा नगर कॉलोनी मजनू का टीला, लिट्टन दास निवासी तुगलकाबाद एक्सटेंशन, बलराम लाल कुआं विलेज चुंगी एमबी रोड और आसिम खान जाबिर नगर में रह रहा था। ड्रग्स नाइजीरियाई नागरिक से बरामद की गई है।
ये ड्रग्स आरोपी ने किसी दूसरे अफ्रीकी नागरिक से बरामद की थी। पुलिस उसे तलाश रही है। नाइजीरियाई वर्ष 2013 में मेडिकल वीजा पर भारत आया था। वीजा खत्म होने पर आरोपी भारत में रह रहा था। जिसके बाद से यह अवैध रूप से भारत में छिपकर रह रहा था। पुलिस को इसके पास से जो वीजा और पासपोर्ट बरामद हुए हैं। जिनकी जांच कराई जा रही है। आरोपी उत्तराखंड, मुरादाबाद और हापुड़ के स्कूलों में फुटबॉल कोचिंग दे चुका था। फिलहाल दिल्ली व गुरुग्राम में वह फुटबाल कोचिंग दे रहा था।
डीसीपी ने बताया कि तिब्बती नागरिक तकल्हा नंदुक भी बिना वीजा के अवैध रूप से रह रहा था। आरोपी चीनी भाषा की जानता है। आरोपी चीनी नागरिकों से व्हाट्सएप चैटिंग आदि पर बात करता था और उन्हें सिम कार्ड मुहैया कराता था। आरोपी 2500 से अधिक सिम चीन में भेज चुका था।
गिरफ्तार आरोपी स्टाल लगाकर सिमकार्ड की बिक्री करता है। आरोपी सिमकार्ड खरीदने वालों के बायमैट्रिक मिलान के दौरान तीन चार बार अंगूठा स्कैन कराकर उतने ही सिम एक्टिवेट करा लेता है और ग्राहक को केवल एक सिम देता है।