कर्नाटक की गुफा में रह रही Russian महिला और बेटियाँ – जंगल को बनाया घर, अब पूरी दुनिया कर रही सलाम
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक विदेशी महिला की कहानी तहलका मचा रही है। रूस से आई नीना कुटिना नाम की महिला अपनी दो बेटियों के साथ कर्नाटक की एक गुफा में रह रही थीं — न कोई मोबाइल नेटवर्क, न बिजली, न फ्रीज, न इंटरनेट, सिर्फ पहाड़, जंगल और प्रकृति की गोद।
यह कोई मजबूरी नहीं थी। महिला का कहना है कि उसने यह जीवन खुद चुना। वह चाहती थीं कि उनकी बेटियाँ मोबाइल और मशीनों से दूर एक सच्चे प्राकृतिक जीवन को महसूस करें। सुबह झरने में नहाना, मिट्टी से खेलना, ध्यान लगाना और हर दिन सूरज को देखना — यही थी उनकी दुनिया।
यह सब तब सामने आया जब स्थानीय प्रशासन ने कर्नाटक के रामतीर्थ हिल में एक चेकिंग के दौरान इन्हें गुफा में पाया। जब उनसे पूछताछ की गई, तो महिला ने साफ कहा —
“मैं भाग नहीं रही थी, मैं तो जीवन को सही मायनों में जी रही थी।”
उनके पास वैध वीजा था लेकिन वन क्षेत्र में बिना अनुमति रहने के कारण अब उन्हें डिटेंशन सेंटर भेज दिया गया है और दूतावास को सूचना दे दी गई है।
लेकिन सोशल मीडिया पर कहानी यहीं खत्म नहीं होती। Instagram, Reddit और Twitter पर लोग इस मां को “Russian Jungle Queen” और “Spiritual Forest Mom” कहकर सम्मान दे रहे हैं।
> “She’s braver than most of us!”
“This is not madness, this is wisdom.”
“Why do I feel jealous of her lifestyle?”
कुछ लोग ये भी पूछ रहे हैं कि क्या वह किताब लिखेंगी? क्या Netflix इस पर कोई डॉक्यूमेंट्री बनाएगा? और सबसे बड़ा सवाल – क्या हमें वाकई इतनी तकनीक की ज़रूरत है जितनी हम सोचते हैं?
इस पूरी कहानी ने एक बार फिर से ये सोचने पर मजबूर कर दिया है कि असली सुकून कहाँ है – भीड़ में या एकांत में? हाई-टेक गिज़्मो में या हरियाली की गोद में?
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