ट्रंप ने लगाया राजद्रोह का आरोप, बराक ओबामा ने तोड़ी चुप्पी – कहा, “ध्यान भटकाने की चाल है”
अमेरिका की राजनीति एक बार फिर गरमा गई है। पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपने पूर्ववर्ती बराक ओबामा पर सनसनीखेज आरोप लगाते हुए कहा है कि ओबामा ने 2016 के चुनाव में रूसी हस्तक्षेप को लेकर “झूठी साजिश” रचकर उन्हें सत्ता से बाहर करने की कोशिश की थी। ट्रंप ने इसे “राजद्रोह” करार दिया है और दावा किया है कि अब सबूत सामने आ चुके हैं।
लेकिन इन आरोपों पर अब खुद बराक ओबामा ने प्रतिक्रिया दी है। ओबामा ने ट्रंप के आरोपों को “झूठ और ध्यान भटकाने की कोशिश” बताया है। उन्होंने कहा कि जब भी ट्रंप किसी गंभीर मुद्दे में घिरते हैं, तो वे जनता का ध्यान भटकाने के लिए पुराने और बेबुनियाद आरोपों का सहारा लेते हैं।
डेमोक्रेटिक पार्टी के नेताओं ने भी ट्रंप के बयान को खारिज करते हुए इसे “Epstein केस और अन्य मामलों से बचने का तरीका” बताया है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह बयानबाज़ी 2024 के राष्ट्रपति चुनावों की रणनीति का हिस्सा हो सकती है।
वहीं, व्हाइट हाउस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि फिलहाल कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की जाएगी, लेकिन ट्रंप द्वारा सार्वजनिक किए जा रहे दस्तावेज़ों की जांच ज़रूर की जा सकती है।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, यह पूरा मामला आगामी चुनावों से पहले अमेरिकी राजनीति में एक और विवाद का संकेत है। ओबामा का बयान सामने आना अपने आप में एक दुर्लभ घटना है, क्योंकि वे आम तौर पर ऐसे विवादों पर सार्वजनिक रूप से टिप्पणी नहीं करते।