सर्वे रिपोर्ट से सनसनी चर्चाओं में कार्बेट नेशनल पार्ककॉर्बेट टाइगर रिजर्व के तहत पाखरो रेंज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट बताए जा रहे टाइगर सफारी के निर्माण के लिए 163 की जगह 6093 हरे पेड़ काट दिए गए। भारतीय वन सर्वेक्षण विभाग (एफएसआई) की सर्वे रिपोर्ट में यह सनसनीखेज खुलासा हुआ है।टाइगर सफारी निर्माण में एक के बाद एक खुलासे हो रहे हैं।
एफएसआई ने अपनी सर्वे रिपोर्ट में पाया है कि कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में कालागढ़ वन प्रभाग की पाखरो रेंज में करीब 16.21 हेक्टेयर वन भूमि पर 6093 पेड़ों का सफाया कर दिया गया। इस मामले में अधिवक्ता और वन्यजीव संरक्षणकर्ता गौरव कुमार बंसल ने दिल्ली हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, साथ ही इसे राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के समक्ष भी उठाया था। तत्कालीन पीसीसीएफ (हॉफ) राजीव भरतरी ने एफएसआई को पत्र लिखकर सर्वेक्षण का अनुरोध किया था।
बताया जा रहा है कि एफएसआई की ओर से एक सप्ताह पूर्व ही यह रिपोर्ट वन मुख्यालय को सौंप दी गई थी, लेकिन वन मुख्यालय की ओर से अभी तक इसे सार्वजनिक नहीं किया गया है। अमर उजाला ने जब इस बार में प्रमुख वन संरक्षक विनोद कुमार सिंघल से पूछा तो उन्होंने स्वीकार किया कि उन्हें एक दिन पहले रिपोर्ट प्राप्त हो चुकी है, जिसे शासन को भी सौंप दिया गया है।