फ्लेमेंगो का फुटबॉल में धमाका – चेल्सी को हराया, यूरोप से लेकर साउथ अमेरिका तक मचाई धाक
ब्राज़ील की दिग्गज फुटबॉल क्लब फ्लेमेंगो (Flamengo) इन दिनों अपनी शानदार फॉर्म और आक्रामक रणनीति को लेकर सुर्खियों में है। 2025 में इस क्लब ने वह कर दिखाया जिसकी उम्मीद पूरी साउथ अमेरिका को थी — FIFA क्लब वर्ल्ड कप में चेल्सी जैसी दिग्गज यूरोपीय टीम को 3-1 से हराकर पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है।
मैच में फ्लेमेंगो की ओर से ब्रूनो हेनरिक, डानिलो और वालेस यान ने कमाल के गोल दागे, जबकि चेल्सी के खिलाड़ी निकोलस जैकसन को खतरनाक टैकल के चलते रेड कार्ड भी दिखाया गया। यह मुकाबला केवल जीत नहीं था, बल्कि फ्लेमेंगो की नई ताकत और रणनीतिक सोच का भी परिचय था।
टीम के कोच फिलिपे लुइस, जो खुद एक सफल डिफेंडर रह चुके हैं, अब मैनेजर के रूप में टीम को नई ऊंचाइयों तक ले जा रहे हैं। उन्होंने घरेलू मोर्चे पर भी कमाल कर दिखाया — Supercopa do Brasil, Campeonato Carioca, और Copa do Brasil जैसे खिताबों पर कब्ज़ा जमाया।
फ्लेमेंगो अब ट्रांसफर मार्केट में भी बड़ा नाम बन चुका है। खबर है कि क्लब ने अर्जेंटीना के स्टार स्ट्राइकर लुकास बेल्ट्रान के लिए 15 मिलियन यूरो का ऑफर दिया है। इसके अलावा एमरसन रॉयल को AC Milan से साइन करके डिफेंस को और मजबूत किया गया है। इतना ही नहीं, गैब्रिएल जीसस को भी फ्लेमेंगो में लाने की चर्चा जोरों पर है — अगर यह डील होती है तो यह एक ऐतिहासिक मूव होगा।
टीम की गहराई, स्पीड और संतुलित मिडफील्ड इसे इस वक्त ब्राज़ील और साउथ अमेरिका की सबसे ताकतवर टीमों में शामिल कर चुकी है। फिलहाल फ्लेमेंगो ब्राज़ीलियन लीग (Brasileirao) में टॉप पोजीशन की दौड़ में शामिल है और Copa Libertadores को लेकर उसकी नजरें अगली ट्रॉफी पर टिकी हैं।
फ्लेमेंगो की यह फॉर्म बताती है कि अब साउथ अमेरिका की टीमें भी यूरोप को सीधे टक्कर देने लगी हैं। क्लब न सिर्फ खिताब जीत रहा है, बल्कि वह ग्लोबल फुटबॉल मैप पर अपनी पहचान और सम्मान भी मजबूत कर रहा है।