एलेना रयाबाकिना का टेनिस कोर्ट पर धमाल – कोचिंग विवाद के बाद भी फॉर्म में वापसी
महिला टेनिस की दुनिया में तेज़ी से उभरती सितारा एलेना रयाबाकिना एक बार फिर सुर्खियों में हैं। जहां एक ओर उनके खेल की तारीफ हो रही है, वहीं दूसरी ओर कोचिंग विवाद ने भी खूब चर्चा बटोरी है। लेकिन इन सबके बीच रयाबाकिना ने साबित कर दिया है कि वो सिर्फ एक ग्रैंड स्लैम चैंपियन नहीं, बल्कि मानसिक मजबूती की मिसाल भी हैं।
कज़ाखस्तान की ओर से खेलने वाली इस 25 वर्षीय खिलाड़ी ने 2022 में विंबलडन खिताब जीतकर इतिहास रच दिया था और अब 2025 के सीज़न में भी वो शानदार प्रदर्शन कर रही हैं। हाल ही में कनाडियन ओपन में उन्होंने शानदार वापसी करते हुए तीसरे राउंड में जीत दर्ज की, वहीं वॉशिंगटन ओपन में भी वो सेमीफाइनल तक पहुंचीं। भले ही वह सेमीफाइनल में Leylah Fernandez से हार गईं, लेकिन तीन सेट तक चले उस मुकाबले ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
इस सीज़न की सबसे बड़ी हलचल तब हुई जब रयाबाकिना ने US ओपन से कुछ दिन पहले ही अपने कोच स्टेफानो वुकोव को बर्खास्त कर दिया। आरोप था कि कोच मानसिक दबाव डालते हैं और अपशब्दों का प्रयोग करते हैं। इस मामले में WTA ने कार्रवाई करते हुए वुकोव पर 12 महीने का प्रतिबंध लगा दिया है। इस विवाद के बाद रयाबाकिना ने खुद को संभालते हुए कोर्ट पर पूरी फोकस के साथ वापसी की है।
खेल की बात करें तो रयाबाकिना की सबसे बड़ी ताकत है उनकी पावरफुल सर्विस और बेसलाइन से दमदार शॉट्स। उनके पास रणनीति की गहराई भी है, जो उन्हें टॉप-10 खिलाड़ियों के बीच एक अलग मुकाम देती है। WTA रैंकिंग में वह पहले ही नंबर 3 की पोजिशन पर रह चुकी हैं और अब एक बार फिर टॉप पर लौटने की तैयारी कर रही हैं।
एलेना रयाबाकिना न सिर्फ टेनिस के प्रति अपने समर्पण के लिए जानी जाती हैं, बल्कि उनके शांत लेकिन सशक्त खेल ने भी लाखों लोगों को प्रेरित किया है। कोचिंग विवाद जैसी मुश्किलों को पार कर उन्होंने यह साबित कर दिया है कि असली खिलाड़ी वही है जो हर परिस्थिति में खुद को बेहतर बनाता है।
अब सबकी निगाहें उनके अगले ग्रैंड स्लैम पर टिकी हैं — क्या रयाबाकिना फिर से ट्रॉफी उठाएंगी? फैंस को उम्मीद है कि वो जल्द ही एक और इतिहास रचेंगी।