India Post 2025: अब डाक सेवा नहीं, डिजिटल इंडिया की रीढ़ बन चुका है पोस्ट ऑफिस!
India Post, जिसे पहले केवल चिट्ठियों और मनीऑर्डर के लिए जाना जाता था, अब 2025 में एक डिजिटल और मल्टी-सर्विस नेटवर्क में बदल चुका है। देशभर के गांव-गांव में फैले हुए पोस्ट ऑफिस अब सिर्फ चिट्ठियों का नहीं, बल्कि बैंकिंग, इंश्योरेंस और डिजिटल सेवाओं का केंद्र बन चुके हैं।
India Post Payments Bank (IPPB) ने ग्रामीण भारत को बैंकिंग से जोड़ा है। अब लोग पोस्टमैन के ज़रिए घर बैठे ही खाता खुलवा सकते हैं, पैसा जमा कर सकते हैं और निकाल सकते हैं — वो भी मोबाइल के ज़रिए QR स्कैन कर के।
2025 में India Post ने डिजिटल स्टैम्प, ऑनलाइन ट्रैकिंग, ई-कॉमर्स पार्सल और आधार आधारित सेवाओं को पूरी तरह इंटीग्रेट कर लिया है। यानी, अब गांव की आंटी भी Amazon की डिलीवरी और सरकारी स्कीम का OTP एक ही पोस्ट ऑफिस से निपटा सकती हैं।
India Post ने रोजगार के नए अवसर भी दिए हैं — Gramin Dak Sevak (GDS) की नई भर्तियाँ और IPPB के माध्यम से हजारों युवा टेक्निकल कार्य में लग चुके हैं।
डाक टिकट से डिजिटल ट्रांज़ैक्शन तक का यह सफर बता रहा है कि India Post अब ‘Bharat की रीढ़’ बन चुका है, और अगर आप अब भी इसे सिर्फ एक चिट्ठी भेजने की सेवा मानते हैं, तो आप 2025 की रफ्तार से पीछे हैं!