Shiv Sawan 2025 Last Somwar Special – भोलेनाथ के आशीर्वाद से पूरा होगा हर मनोकामना
सावन का पवित्र महीना हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है और 2025 का शिव सावन का आखिरी सोमवार भक्तों के लिए बेहद खास होने वाला है। इस दिन मंदिरों में भव्य सजावट, भक्तों की भीड़ और ‘हर-हर महादेव’ के जयकारों से वातावरण शिवमय हो जाता है। मान्यता है कि सावन का अंतिम सोमवार भगवान शिव की विशेष कृपा पाने का दिन होता है और इस दिन किया गया पूजन, जलाभिषेक और मंत्रोच्चार जल्दी फल देता है। 2025 में सावन का आखिरी सोमवार आने से पहले ही पूरे देश के शिवालयों में विशेष तैयारियां शुरू हो जाती हैं, कांवड़ यात्रा के समापन के साथ ही हजारों की संख्या में श्रद्धालु जल लेकर अपने नजदीकी शिव मंदिरों में पहुंचते हैं और भोलेनाथ पर जल, दूध, बेलपत्र, धतूरा और भस्म अर्पित कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। पंडितों का कहना है कि इस दिन सुबह ब्रह्म मुहूर्त में स्नान कर, स्वच्छ वस्त्र पहनकर, ‘ॐ नमः शिवाय’ का 108 बार जप करते हुए शिवलिंग का जलाभिषेक करना अत्यंत शुभ होता है। भक्त उपवास रखते हैं और पूरे दिन भजन-कीर्तन, रुद्राभिषेक और महामृत्युंजय जाप का आयोजन करते हैं। सावन के अंतिम सोमवार का महत्व सिर्फ धार्मिक ही नहीं, बल्कि आध्यात्मिक रूप से भी गहरा है, क्योंकि इस दिन भक्त भगवान शिव और माता पार्वती का संयुक्त पूजन करते हैं, जिससे दांपत्य जीवन में सुख-शांति और प्रेम बढ़ता है। इस दिन दान-पुण्य का भी विशेष महत्व बताया गया है, खासकर गरीबों को अन्न, वस्त्र और जरूरत का सामान दान करने से पाप कटते हैं और पुण्य की प्राप्ति होती है। 2025 के इस आखिरी सोमवार पर देश के प्रमुख शिवालय जैसे काशी विश्वनाथ मंदिर (वाराणसी), महाकालेश्वर मंदिर (उज्जैन), केदारनाथ धाम (उत्तराखंड), बैद्यनाथ धाम (झारखंड) और ओंकारेश्वर (मध्यप्रदेश) में लाखों श्रद्धालु पहुंचने की संभावना है। सुरक्षा और व्यवस्था को लेकर प्रशासन ने भी विशेष इंतज़ाम किए हैं, जिससे श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। सोशल मीडिया पर भी ‘#LastSomwarOfSawan’ और ‘#HarHarMahadev’ जैसे हैशटैग ट्रेंड करते हैं, जहां भक्त अपनी पूजा की तस्वीरें और वीडियो साझा करते हैं। कई भक्त ऑनलाइन लाइव दर्शन की सुविधा का भी लाभ लेते हैं, ताकि दूर से ही भोलेनाथ का आशीर्वाद मिल सके