H-1B Visa Latest News 2025 – जानिए H-1B वीज़ा से जुड़ी ताज़ा जानकारी
अमेरिका में काम करने के इच्छुक भारतीय पेशेवरों के लिए H-1B वीज़ा एक महत्वपूर्ण मार्ग है, लेकिन 2025 में इस वीज़ा से जुड़ी कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए हैं जो आपके लिए जानना जरूरी हैं। इस लेख में हम इन बदलावों, नीतिगत परिवर्तनों और उनके प्रभावों पर चर्चा करेंगे।
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1. USCIS ने CSPA आयु निर्धारण नीति में बदलाव किया
अमेरिकी नागरिकता और आप्रवासन सेवा (USCIS) ने 15 अगस्त 2025 से प्रभावी एक नई नीति लागू की है, जिसके तहत H-1B वीज़ा धारकों के बच्चों की “CSPA आयु” (Child Status Protection Act) अब “Final Action Date” के आधार पर निर्धारित की जाएगी, न कि पहले की तरह “Dates for Filing” के आधार पर। इसका मतलब यह है कि यदि बच्चे 21 वर्ष की आयु तक पहुँच जाते हैं और ग्रीन कार्ड उपलब्ध नहीं होता, तो वे स्थायी निवासी बनने के योग्य नहीं होंगे। यह बदलाव विशेष रूप से भारतीय परिवारों के लिए चिंता का विषय है, क्योंकि लंबी ग्रीन कार्ड बैकलॉग के कारण कई बच्चे इस आयु सीमा को पार कर सकते हैं।
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2. H-1B वीज़ा कैप FY 2026 पूरा हुआ
अप्रैल 2025 में, USCIS ने घोषणा की कि FY 2026 के लिए H-1B वीज़ा कैप पूरा हो चुका है और लॉटरी चयन प्रक्रिया भी समाप्त हो गई है। इसका मतलब है कि अब नए आवेदन स्वीकार नहीं किए जाएंगे, लेकिन वर्तमान H-1B कर्मचारियों के लिए कैप-एक्सेम्प्ट याचिकाएँ अभी भी स्वीकार की जा सकती हैं।
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3. H-1B वीज़ा चयन प्रक्रिया में बदलाव की संभावना
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के सलाहकार स्टीव बैनन ने H-1B वीज़ा कार्यक्रम पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाने और अंतर्राष्ट्रीय छात्रों पर प्रतिबंध लगाने की वकालत की है। इसके अलावा, कुछ अमेरिकी सांसदों ने भारतीय H-1B वीज़ा धारकों की संख्या कम करने की मांग की है, जिससे इस कार्यक्रम के भविष्य पर अनिश्चितता बढ़ गई है।
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4. H-1B वीज़ा धारकों के लिए साक्षात्कार छूट कार्यक्रम समाप्त
अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने 25 जुलाई 2025 को घोषणा की कि 2 सितंबर 2025 से अधिकांश H-1B और L-1 वीज़ा धारकों के लिए “Dropbox” साक्षात्कार छूट कार्यक्रम समाप्त हो जाएगा। इसका मतलब है कि अधिकांश वीज़ा धारकों को अब व्यक्तिगत रूप से साक्षात्कार देना होगा, जिसमें बच्चे और वरिष्ठ नागरिक भी शामिल हैं।
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5. H-1B वीज़ा कार्यक्रम में संरचनात्मक बदलाव की आवश्यकता
विशेषज्ञों का कहना है कि H-1B वीज़ा कार्यक्रम में संरचनात्मक बदलाव की आवश्यकता है, ताकि यह उच्च-प्रशिक्षित पेशेवरों को आकर्षित करने में अधिक प्रभावी हो सके। वर्तमान प्रणाली में बड़े कंपनियाँ अधिक वीज़ा प्राप्त करती हैं, जबकि छोटे नियोक्ता वीज़ा प्राप्त करने में संघर्ष करते हैं। इसके अलावा, वीज़ा धारकों की नौकरी में बदलाव की प्रक्रिया भी जटिल है।