Uttarakhand Heavy Rain Alert News – मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट, प्रशासन अलर्ट मोड पर
उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर लगातार बढ़ता जा रहा है और मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए Heavy Rain Alert जारी कर दिया है, जिससे राज्य के कई ज़िले अलर्ट मोड पर रखे गए हैं, खासकर पहाड़ी इलाकों में लैंडस्लाइड और नदियों में जलस्तर बढ़ने की आशंका जताई जा रही है, जिसके चलते प्रशासन ने यात्रियों और स्थानीय लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है, दरअसल Uttarakhand Monsoon 2025 अब अपने पीक पर है और हर साल की तरह इस बार भी चारधाम यात्रा रूट, गढ़वाल-कुमाऊं के हाइवे और ग्रामीण सड़कें प्रभावित हो सकती हैं, IMD यानी Indian Meteorological Department के अनुसार देहरादून, नैनीताल, पौड़ी, टिहरी, रुद्रप्रयाग, चमोली और पिथौरागढ़ जिलों में अगले 48 घंटों तक रेड अलर्ट जारी रहेगा, इसका मतलब यह है कि कहीं भी अचानक तेज बारिश शुरू हो सकती है जिससे फ्लैश फ्लड, बादल फटने और भूस्खलन जैसी घटनाओं की संभावना बनी रहेगी, सरकार और प्रशासन ने SDRF, NDRF और पुलिस टीमों को मुस्तैद कर दिया है ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके, वहीं स्थानीय लोगों को बार-बार SMS अलर्ट और रेडियो/टीवी के माध्यम से सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है, खासकर उन इलाकों में रहने वाले लोगों को जो नदियों और नालों के किनारे बसे हुए हैं।
भारी बारिश का सबसे बड़ा असर चारधाम यात्रा पर देखने को मिल सकता है, केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम की ओर जाने वाले रूट पर लगातार मलबा आने की खबरें मिल रही हैं, कई जगहों पर यात्रियों को रोका गया है ताकि उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके, प्रशासन ने यात्रियों को सुझाव दिया है कि वे मौसम विभाग की ताज़ा अपडेट चेक करके ही यात्रा पर निकलें, इसके अलावा हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत मदद मिल सके, Uttarakhand Tourism Department ने भी कहा है कि यात्रियों को बिना जरूरत यात्रा से बचना चाहिए क्योंकि इस समय पहाड़ों पर लैंडस्लाइड और रोड ब्लॉकेज बहुत आम हो जाते हैं, अगर बारिश इसी तरह जारी रही तो बिजली आपूर्ति और इंटरनेट कनेक्टिविटी पर भी असर पड़ सकता है, ग्रामीण इलाकों में तो पहले से ही पेयजल और खाद्य सामग्री की सप्लाई बाधित होने लगी है।
कुमाऊं क्षेत्र में हल्द्वानी, नैनीताल और अल्मोड़ा जैसे इलाकों में भारी बारिश से जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है, कई गांवों में छोटे पुल और सड़कें टूट गई हैं, वहीं गढ़वाल क्षेत्र में ऋषिकेश-बद्रीनाथ हाईवे और ऋषिकेश-गंगोत्री हाईवे पर यातायात प्रभावित हुआ है, यात्रियों को सुरक्षित जगहों पर रो
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