NRI Tax Filing USA to India – एनआरआई के लिए इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की पूरी जानकारी

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NRI Tax Filing USA to India – एनआरआई के लिए इनकम टैक्स रिटर्न फाइल करने की पूरी जानकारी

 

NRI Tax Filing USA to India 2025 का मुद्दा हर साल की तरह इस बार भी चर्चा में है क्योंकि हजारों Non-Resident Indians (NRIs) जो अमेरिका में रहते और काम करते हैं, उन्हें अपनी कमाई और टैक्स देनदारियों को लेकर कई सवाल रहते हैं कि आखिर USA में टैक्स देने के बाद India में उन्हें क्या-क्या दाखिल करना पड़ता है और किन बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है, दरअसल NRI Tax Filing का प्रोसेस थोड़ा जटिल होता है क्योंकि इसमें Double Taxation Avoidance Agreement (DTAA), foreign income disclosure और Indian Income Tax Rules सबका ध्यान रखना पड़ता है, अगर कोई NRI USA में काम करता है और वहां salary, business income या investment से कमाई करता है तो उस पर primary taxation वहीं लगता है, लेकिन अगर उसके पास India में कोई income source है जैसे rental income, fixed deposit interest, mutual fund gains या property sale से हुई कमाई तो उसे India में भी ITR (Income Tax Return) फाइल करना अनिवार्य है, NRI Tax Filing USA to India के दौरान सबसे बड़ी चुनौती यह रहती है कि कौन-कौन सी income taxable है और किन पर छूट मिल सकती है, DTAA के तहत NRI एक ही आय पर दो बार टैक्स देने से बच सकते हैं यानी अगर किसी income पर USA में टैक्स चुका दिया गया है तो उसी पर India में full tax नहीं देना पड़ेगा, बल्कि credit या exemption का फायदा मिलेगा, 2025 में Income Tax Department ने NRI Tax Filing को आसान बनाने के लिए e-filing portal पर खास NRI category दी है जहां PAN card, bank account details, Form 26AS और foreign income documents अपलोड करने के बाद आसानी से रिटर्न फाइल हो सकता है, सबसे ज़रूरी बात यह है कि अगर किसी NRI की केवल foreign income है और India में कोई taxable income नहीं है तो उसे ITR फाइल करने की बाध्यता नहीं है, लेकिन अगर बैंक खाते में interest या rental income जैसी कमाई है तो filing ज़रूरी है, NRI Tax Filing USA to India में Form ITR-2 और ITR-3 सबसे आमतौर पर इस्तेमाल होते हैं, साथ ही foreign assets और bank accounts का disclosure भी compulsory है, अगर NRI ने crypto currency या digital assets में निवेश किया है तो उसका ब्यौरा भी देना होगा, USA और India दोनों जगहों के टैक्स रूल्स को ध्यान में रखते हुए NRIs को financial experts या CA की मदद लेना बेहतर रहता है ताकि किसी तरह का penalty risk न हो, deadline की बात करें तो India में ITR filing की आखिरी तारीख आमतौर पर 31 जुलाई होती है जबकि belated return 31 दिसंबर तक भरा जा सकता है, अगर कोई NRI समय पर रिटर्न नहीं भरता तो उस पर interest और late fees लग सकती है, दूसरी ओर USA में April 15 अंतिम तारीख होती है और NRIs Form 1040NR का इस्तेमाल करते हैं, NRI Tax Filing USA to India के लिए सबसे अच्छा तरीका यह है कि दोनों देशों के tax documents सही-सही maintain करें और DTAA का पूरा लाभ उठाएं, Social Media और financial portals पर #NRITaxFiling और #ITR2025 जैसे टैग ट्रेंड कर रहे हैं क्योंकि लाखों लोग guidelines समझने की कोशिश कर रहे हैं, कुल मिलाकर NRI Tax Filing USA to India 2025 सिर्फ़ एक compliance नहीं बल्कि financial planning का भी अहम हिस्सा है और हर NRI को यह ध्यान रखना चाहिए कि समय पर सही जानकारी के साथ टैक्स फाइल करना ही सबसे सुरक्षित रास्ता है।

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