अजा एकादशी 2025: आज तक पर धार्मिक चर्चा ट्रेंड में, जानें व्रत, पूजा विधि और महत्व

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अजा एकादशी 2025: आज तक पर धार्मिक चर्चा ट्रेंड में, जानें व्रत, पूजा विधि और महत्व

 

नई दिल्ली: देशभर में आज अजा एकादशी 2025 (Aja Ekadashi 2025) को लेकर धार्मिक माहौल बेहद खास रहा और सोशल मीडिया से लेकर न्यूज़ चैनल्स तक इस विषय पर लगातार चर्चा होती रही। खासतौर पर Aaj Tak चैनल पर अजा एकादशी को लेकर हुई धार्मिक बहस और कवरेज ने इसे पूरे दिन ट्रेंडिंग टॉपिक बनाए रखा। हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को अजा एकादशी कहा जाता है और इस व्रत का महत्व इतना अधिक है कि इसे करने से पापों का नाश होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

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पंडितों और धर्मगुरुओं का कहना है कि अजा एकादशी का व्रत विशेष रूप से भगवान विष्णु को समर्पित है। इस दिन व्रत करने वाले भक्त सुबह स्नान करके भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और दिनभर उपवास रखते हैं। व्रतधारी केवल फलाहार या जल ग्रहण करते हैं और रातभर जागरण करके भजन-कीर्तन करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत को करने से पिछले जन्मों के पाप भी समाप्त हो जाते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

 

Aaj Tak के धार्मिक कार्यक्रम में कई ज्योतिषाचार्यों और धर्माचार्यों ने भाग लिया और विस्तार से बताया कि अजा एकादशी का व्रत कैसे किया जाए, पूजा की कौन-कौन सी सामग्रियां जरूरी हैं और इस दिन किन चीजों से बचना चाहिए। शो के दौरान दर्शकों ने लाइव कॉल और सोशल मीडिया के जरिए सवाल भी पूछे, जिनका विशेषज्ञों ने जवाब दिया।

 

अजा एकादशी को लेकर एक कथा भी प्रचलित है जिसमें राजा हरिश्चंद्र के जीवन का उल्लेख आता है। कहा जाता है कि जब राजा हरिश्चंद्र बड़े संकट में थे तब महर्षि वशिष्ठ ने उन्हें अजा एकादशी का व्रत करने की सलाह दी थी। इस व्रत के प्रभाव से राजा को अपने सभी दुखों से मुक्ति मिली और उन्हें पुनः राज्य और परिवार का सुख प्राप्त हुआ। यही कारण है कि इस व्रत को बेहद पवित्र और प्रभावशाली माना जाता है।

 

देशभर के मंदिरों में भी आज अजा एकादशी के अवसर पर विशेष पूजा-अर्चना और भजन संध्या का आयोजन हुआ। उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में लाखों लोगों ने व्रत रखा और भगवान विष्णु के मंदिरों में जाकर दर्शन किए। वहीं सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर #AjaEkadashi2025 और #EkadashiVrat जैसे हैशटैग पूरे दिन ट्रेंड करते रहे।

 

खास बात यह रही कि इस बार अजा एकादशी 2025 रविवार को पड़ी, जिस कारण इसका महत्व और भी अधिक बढ़ गया। ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि रविवार के दिन जब अजा एकादशी आती है तो इसका फल कई गुना अधिक मिलता है।

 

कुल मिलाकर, अजा एकादशी 2025 ने पूरे देश को धार्मिक रंग में रंग दिया और Aaj Tak चैनल की कवरेज ने इसे और भी ज्यादा चर्चा में ला दिया। भक्तों में इस व्रत को लेकर गहरी आस्था देखने को मिली और सभी ने भगवान विष्णु से परिवार की सुख-समृद्धि और कल्याण की कामना की।

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