NDA के उपराष्ट्रपति उम्मीदवार का नामांकन शुरू — राजनीतिक हलकों में हलचल ते
नई दिल्ली से बड़ी खबर सामने आई है जहां राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) ने उपराष्ट्रपति पद के लिए अपने उम्मीदवार का नामांकन कर दिया है। संसद भवन में NDA की ओर से यह नामांकन दाखिल किया गया और इसके साथ ही राजनीतिक हलकों में हलचल और चर्चाएं तेज हो गई हैं। उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर लंबे समय से अटकलें लगाई जा रही थीं और अब NDA द्वारा उम्मीदवार के नामांकन ने मुकाबले को और रोचक बना दिया है। माना जा रहा है कि NDA की संख्या बल के चलते उनके उम्मीदवार की जीत की संभावनाएं ज्यादा हैं, लेकिन विपक्ष भी अपनी ओर से कड़ा मुकाबला देने की तैयारी में है।
सूत्रों की मानें तो नामांकन के दौरान कई वरिष्ठ मंत्री, सांसद और NDA सहयोगी दलों के नेता मौजूद रहे। यह कदम आगामी उपराष्ट्रपति चुनाव की रणनीति का हिस्सा है जिसमें NDA अपनी पकड़ और मजबूत करना चाहता है। दूसरी तरफ विपक्षी दल भी संयुक्त उम्मीदवार उतारने पर विचार कर रहे हैं ताकि मुकाबला सीधा और चुनौतीपूर्ण हो सके। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि उपराष्ट्रपति का चुनाव सिर्फ संवैधानिक पद तक सीमित नहीं होता बल्कि यह राजनीतिक संदेश देने और शक्ति संतुलन का भी अहम हिस्सा होता है।
गौरतलब है कि उपराष्ट्रपति न केवल राज्यसभा के सभापति होते हैं बल्कि संसद की कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने की बड़ी जिम्मेदारी भी निभाते हैं। ऐसे में इस चुनाव का महत्व और भी बढ़ जाता है। NDA द्वारा उम्मीदवार के नामांकन के बाद अब विपक्ष पर नजरें टिकी हैं कि वे किसे मैदान में उतारते हैं।
सोशल मीडिया पर भी यह मुद्दा खूब चर्चा में है, जहां समर्थक NDA के कदम को रणनीतिक मास्टरस्ट्रोक बता रहे हैं, वहीं विपक्षी खेमे से जुड़े लोग इसे लोकतांत्रिक संतुलन की चुनौती बता रहे हैं। कुल मिलाकर, उपराष्ट्रपति चुनाव की जंग दिलचस्प मोड़ पर पहुंच गई है और आने वाले दिनों में राजनीतिक सरगर्मियां और तेज होने की पूरी संभा
वना है।