भारत का “अग्नि-5” मिसाइल परीक्षण; अमेरिका और पाकिस्तान को सन्दे
भारत ने एक बार फिर अपनी सामरिक ताकत और रणनीतिक तैयारी का दुनिया को एहसास करा दिया है। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल “अग्नि-5” का सफल परीक्षण किया, जो न केवल एशिया बल्कि वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य में भारत की मजबूत स्थिति का प्रतीक है। लगभग 5000 किलोमीटर तक मारक क्षमता रखने वाली यह इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) चीन, पाकिस्तान से लेकर अमेरिका तक कई देशों के भीतर गहरी हलचल पैदा करने वाली है। इस परीक्षण से साफ संकेत मिलते हैं कि भारत अब रक्षा क्षेत्र में केवल आत्मनिर्भर ही नहीं बल्कि “स्ट्रेटेजिक बैलेंस” का निर्णायक केंद्र बनता जा रहा है।
अग्नि-5 मिसाइल को अत्याधुनिक तकनीक से लैस किया गया है, जिसमें सॉलिड फ्यूल रॉकेट मोटर, हाई-स्पीड गाइडेंस सिस्टम और MIRV (Multiple Independently Targetable Re-entry Vehicle) तकनीक शामिल है। इसका अर्थ यह है कि एक बार लॉन्च होने के बाद यह मिसाइल कई लक्ष्यों पर एक साथ वार कर सकती है, जिससे दुश्मन देशों की रक्षा प्रणाली निष्क्रिय हो जाती है। इस परीक्षण को भारत ने रात के समय किया ताकि इसकी “सटीकता” और “सुरक्षा क्षमता” की मजबूती साबित हो सके।
अमेरिका के लिए यह परीक्षण एक सीधा संदेश माना जा रहा है
। हाल