पूर्व NSA जॉन बोल्टन के घर पर FBI रेड: भारत-संवेदनशील व्यापार नीतियों पर उनके पुराने विचार फिर चर्चा में
अमेरिकी राजनीति और सुरक्षा हलकों में बड़ा धमाका तब हुआ जब अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (Former NSA) जॉन बोल्टन (John Bolton) के घर पर FBI ने छापेमारी (Raid) की। वॉशिंगटन स्थित उनके आवास पर यह रेड अमेरिकी मीडिया के अनुसार कई पुराने मामलों की जांच से जुड़ी हुई है, जिनमें गोपनीय दस्तावेज़ों का दुरुपयोग और संवेदनशील नीतियों पर विवादास्पद भूमिका शामिल बताई जा रही है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर FBI ने पूरी जानकारी साझा नहीं की है, लेकिन यह घटना अमेरिकी पॉलिटिक्स में हलचल मचाने के लिए काफी रही है।
भारत के संदर्भ में यह मामला और भी महत्वपूर्ण हो जाता है क्योंकि जॉन बोल्टन पहले भी कई बार India-Sensitive Trade Policies को लेकर बयान दे चुके हैं। जब वे व्हाइट हाउस में तैनात थे, तब उन्होंने भारत के खिलाफ अमेरिका की सख्त व्यापार नीतियों का समर्थन किया था। खासतौर पर स्टील, एल्यूमीनियम और टेक्नोलॉजी ट्रेड से जुड़े मसलों पर उन्होंने भारत को “Unfair Trader” तक कह दिया था। इसके अलावा उन्होंने H-1B वीज़ा और भारतीय कंपनियों की अमेरिकी मार्केट में मौजूदगी पर भी आपत्ति जताई थी। यही वजह है कि उनकी नीतियों को भारत-विरोधी माना जाता रहा है और अब जब उनके घर पर FBI रेड हुई है, तो पुराने विचार और विवाद फिर से सुर्खियों में आ गए हैं।
अमेरिकी मीडिया के विश्लेषकों का मानना है कि यह छापेमारी अमेरिकी प्रशासन के अंदरूनी खींचतान और सुरक्षा संस्थाओं की कड़ाई को दर्शाती है। जॉन बोल्टन को हमेशा से “Hawkish Policy Maker” माना गया है, जिन्होंने ईरान, उत्तर कोरिया और अफगानिस्तान पर आक्रामक नीतियों का समर्थन किया। लेकिन भारत से जुड़े उनके विचार कई बार विवादों में आए। अब FBI की यह कार्रवाई उनके राजनीतिक करियर और इमेज पर बड़ा असर डाल सकती है।
सोशल मीडिया और पॉलिटिकल सर्कल्स में इस रेड के कई एंगल निकाले जा रहे हैं। कुछ लोग इसे Trump Era Officials पर दबाव की
कोशिश