अमेरिका और भारत के बीच सेवा व्यापार की मजबूती: NYT रिपोर्ट ने बताया ‘अदृश्य गम’ जो रिश्तों को बांधे रखता है

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अमेरिका और भारत के बीच सेवा व्यापार की मजबूती: NYT रिपोर्ट ने बताया ‘अदृश्य गम’ जो रिश्तों को बांधे रखता ह

 

अमेरिका और भारत के बीच आर्थिक संबंधों की सबसे बड़ी ताक़त अब सिर्फ सामानों (Goods) के लेन-देन तक सीमित नहीं रही, बल्कि सेवा व्यापार (Services Trade) बन गया है, जो दोनों देशों को एक-दूसरे से मज़बूती से जोड़ रहा है। हाल ही में New York Times (NYT) की एक रिपोर्ट में इसे “Invisible Glue” यानी ‘अदृश्य गम’ बताया गया है, जो US-India संबंधों को बांधे रखने का काम करता है। रिपोर्ट के मुताबिक, जहाँ कभी दोनों देशों के बीच व्यापारिक तनाव बढ़ने की आशंका रहती थी, वहीं सेवा क्षेत्र में सहयोग ने इन रिश्तों को स्थिर बनाए रखा है।

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भारत और अमेरिका के बीच IT Services, BPO, Healthcare, Education, Financial Consulting और Digital Platforms जैसे सेक्टर्स में लगातार तेज़ी से लेन-देन बढ़ा है। केवल IT और Software Services ही हर साल अरबों डॉलर के एक्सपोर्ट-इम्पोर्ट संबंध बना रहे हैं। भारतीय IT कंपनियाँ जैसे Infosys, TCS, Wipro और HCL अमेरिकी कंपनियों के लिए backbone बन चुकी हैं, वहीं अमेरिकी कंपनियाँ भी भारत में healthcare research, fintech solutions और higher education collaborations के जरिए गहरी पैठ बना रही हैं। यही वजह है कि Service Trade अब दोनों देशों के लिए एक रणनीतिक आधार बन गया है।

 

NYT रिपोर्ट में कहा गया है कि जबकि Manufacturing और Defence Trade पर कई बार तनाव देखने को मिलता है, वहीं Services Trade ने हमेशा रिश्तों को Buffer दिया है। उदाहरण के लिए H-1B वीज़ा और Skilled Indian Workforce का अमेरिकी टेक इंडस्ट्री पर गहरा प्रभाव है। अमेरिका की Silicon Valley से लेकर Wall Street तक, भारतीय प्रोफेशनल्स और कंपनियाँ अहम भूमिका निभा रही हैं। इसी तरह भारत में अमेरिकी EdTech और Healthcare कंपनियों ने डिजिटल हेल्थ और ऑनलाइन शिक्षा को नई दिशा दी है।

 

सेवा व्यापार का यह रिश्ता सिर्फ आर्थिक नहीं बल्कि Geopolitical Stability भी सुनिश्चित करता है। भारत और अमेरिका के बीच जब भी व्यापारिक विवाद बढ़े हैं, तो Service Sector के सहयोग ने एक तरह से “Cooling Effect” का काम किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दशक में Service Trade दोनों देशों के बीच Goods Trade से भी बड़ा हो सकता है क्योंकि इसमें High-Skill, Low-Cost और Digital Growth जैसे सभी फैक्टर भारत को Natural Partner बनाते हैं।

 

भारत सरकार और अमेरिकी प्रशासन भी Service Sector को bilateral ties का मुख्य स्तंभ मानते हैं। हाल ही में दोनों देशों के बीच हुई वार्ताओं में Digital Economy, AI Research, Cybersecurity और Fintech Regulations को प्राथमिकता दी गई। NYT का कहना है कि Service Trade में बढ़ती साझेदारी ने यह साफ कर दिया है कि भारत और अमेरिका के बीच के रिश्ते सिर्फ राजनीतिक या सुरक्षा मुद्दों पर निर्भर नहीं करते, बल्कि इनके बीच एक मजबूत आर्थिक नेटवर्क मौजूद है जो हर मुश्किल समय में उन्हें जोड़े रखता है।

 

कुल मिलाकर, अमेरिका और भारत के बीच Service Trade सिर्फ व्यापार का साधन नहीं बल्कि एक ऐसा ‘Invisible Glue’ है, जिसने दोनों देशों को लगातार नज़दीक लाने और साझेदारी को स्थिर बनाए रखने का काम किया है। आने वाले समय में Digital Innovation और Skilled Workforce इस रिश्ते को और मज़बूत करेंगे और यह साबित करेंगे कि Service Trade ही US-India संबंधों की असली रीढ़ है।

 

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