2025 नई दिल्ली रेलवे स्टेशन हादसा: सीढ़ियों पर भीड़ का दबाव, 18 की मौत और 15 घायल
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर 2025 में घटा यह बड़ा हादसा पूरे देश को झकझोर देने वाला साबित हुआ जब अचानक बढ़ी भीड़ और सीढ़ियों पर हुए दबाव के कारण भगदड़ जैसी स्थिति बन गई, जिसमें 18 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई जबकि 15 से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा रविवार सुबह उस समय हुआ जब बड़ी संख्या में यात्री त्योहार और छुट्टियों के सीजन में अपने-अपने घर जाने के लिए स्टेशन पहुंचे थे और कई प्लेटफॉर्म पर ट्रेनें एक साथ आने के कारण भीड़ नियंत्रण से बाहर हो गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि लोग सीढ़ियों और फुट-ओवर ब्रिज पर तेजी से चढ़ने-उतरने लगे, तभी अचानक धक्का-मुक्की हुई और कई यात्री गिर पड़े, जिससे हालात और बिगड़ गए। घायल यात्रियों को तुरंत नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत पर निगरानी रखी जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं, जबकि ज्यादातर घायलों को गंभीर चोटें आई हैं। इस हादसे के बाद रेलवे स्टेशन पर अफरा-तफरी का माहौल बन गया और पुलिस के साथ-साथ रेलवे सुरक्षा बल (RPF) ने मोर्चा संभालते हुए भीड़ को नियंत्रित किया। शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि प्लेटफॉर्म और फुट-ओवर ब्रिज पर भीड़ प्रबंधन की पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई थी, वहीं लाउडस्पीकर पर समय रहते अलर्ट न दिए जाने के कारण स्थिति और खतरनाक बन गई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने और घायलों को तुरंत बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। दिल्ली सरकार ने भी घटना की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं और कहा है कि भविष्य में ऐसे हादसे न हों इसके लिए भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा प्रबंधन को लेकर नई गाइडलाइंस तैयार की जाएंगी। रेलवे मंत्रालय ने हादसे की पूरी जांच के लिए एक कमेटी गठित की है जो यह पता लगाएगी कि आखिर भीड़ इतनी बड़ी संख्या में कैसे अनियंत्रित हुई और क्या सुरक्षा कर्मियों की तैनाती पर्याप्त थी या नहीं। सोशल मीडिया पर यह खबर तेजी से वायरल हो रही है और लोग सवाल उठा रहे हैं कि देश की राजधानी में स्थित सबसे बड़े रेलवे स्टेशन पर अगर ऐसी स्थिति बन सकती है तो छोटे शहरों और कस्बों के स्टेशनों पर यात्रियों की सुरक्षा का हाल कैसा होगा। कई लोगों ने इसे सरकार और रेलवे प्रशासन की बड़ी