UK का सबसे गर्म और सूखा मौसम — जून से अगस्त तक औसत तापमान रिकॉर्ड स्तर पर, जलवायु परिवर्तन की गंभीर पुष्टि
ब्रिटेन (UK) में इस साल जून से अगस्त 2025 तक का मौसम इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है क्योंकि यह अब तक का सबसे गर्म और सूखा समर सीजन साबित हुआ है, जहां औसत तापमान ने कई सौ वर्षों के रिकॉर्ड तोड़ दिए और बारिश की कमी ने लोगों के जीवन, पर्यावरण और अर्थव्यवस्था पर गहरा असर डाला है। ब्रिटेन के मौसम विभाग (Met Office) ने आधिकारिक तौर पर पुष्टि की है कि 2025 का समर अब तक का सबसे गर्म और शुष्क रहा, जिसमें लंदन, मैनचेस्टर, बर्मिंघम, स्कॉटलैंड और वेल्स जैसे क्षेत्रों ने असामान्य रूप से लंबे Heatwaves का सामना किया। इस दौरान कई शहरों में औसत तापमान 35 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहा और बारिश सामान्य से 40% कम दर्ज की गई, जिससे नदियां और झीलें सूखने लगीं तथा ग्रामीण इलाकों में फसलों को भारी नुकसान पहुंचा। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह कोई सामान्य घटना नहीं है बल्कि यह Climate Change (जलवायु परिवर्तन) का साफ संकेत है, क्योंकि पिछले एक दशक से यूरोप के कई हिस्सों में लगातार रिकॉर्ड तोड़ गर्मी और सूखा देखा जा रहा है।
गर्मियों की इस चरम स्थिति ने ब्रिटेन की पब्लिक हेल्थ पर भी गंभीर असर डाला, जहां हजारों लोग लू (Heatstroke) और डिहाइड्रेशन की चपेट में आए तथा अस्पतालों में मरीजों की संख्या अचानक बढ़ गई। सरकार को आपातकालीन कूलिंग सेंटर्स खोलने पड़े और कई क्षेत्रों में पानी की आपूर्ति पर पाबंदी लगानी पड़ी। ग्रामीण किसानों को गेहूं, जौ और आलू जैसी प्रमुख फसलों में उत्पादन घटने से भारी नुकसान हुआ, वहीं डेयरी और मीट इंडस्ट्री पर भी असर पड़ा क्योंकि पशुधन को चारे और पानी की कमी का सामना करना पड़ा। इसके अलावा, जंगलों में आग लगने की घटनाएं कई गुना बढ़ गईं, खासकर स्कॉटलैंड और वेल्स के जंगलों में बड़े पैमाने पर वाइल्डफायर देखने को मिले।
क्लाइमेट साइंटिस्ट्स ने साफ कहा
है कि